सीएनजी बस की कवायद, पंप की नहीं
कुंभ से पहले शहर में चलने लगेंगी 250 सीएनजी बसें। सरकार इसको लेकर तो कवायद कर रही है, पर पंपों की स्थापना पर ध्यान नहीं दिया जा हरा है।
जासं, इलाहाबाद : शहर को प्रदूषण मुक्त करने की काफी तेज रफ्तार से कवायद चल रही है। डीजल युक्त सवारी गाड़ियों पर रोक लग गई है। डीजल युक्त सिटी बसों को भी बाहर किया जाना है। इसके लिए कुंभ से पहले 250 सीएनजी बसें आएंगी। 100 बसों की पहली खेप बरसात के पश्चात आने की संभावना है। शहर में सीएनजी की गाड़ियां तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन पंप नहीं खुल रहे हैं। सीएनजी बसों आने के बाद इसे भराने की समस्या मुंह बाए खड़ी है।
इलाहाबाद में इंडियन आयल अडानी गैस प्रा. लि (आइओएजीपीएल) के अभी तीन सीएनजी पंप हैं। दो सिविल लाइंस और एक झूंसी में। नैनी और बमरौली में एक-एक सीएनजी पंप खोलने की योजना है लेकिन एनओसी के कारण इसका काम शुरू नहीं हो पा रहा है। बरसात के बाद अगर 100 सीएनजी बसें शहर में चलना शुरू हो जाएंगी तो दिक्कत बढ़ने वाली है। रोडवेज ने अभी तक उनके परिसर मे सीएनजी पंप खोलने की कार्रवाई शुरू नहीं की है।
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तीन महीने से पहले नहीं खुल सकता पंप
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आइओएजीपीएल के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट पीयूष त्रिपाठी का कहना है कि अगर रोडवेज आज उनके परिसर में पंप की खोलने के लिए अनुमति देता है तो तब भी तीन महीने का समय लगेगा पंप को खोलने के लिए। इससे पहले डीएम से एनओसी मिलना अनिवार्य है। अगर अभी से पंप खोलने पर ध्यान नहीं दिया गया तो बाद में दिक्कत बढ़ेगी। रोडवेज इलाहाबाद क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. हरिश्चंद्र का कहना है कि सीएनजी बसों का मामला शासन स्तर पर चल रहा है। जैसे ही बसों की अनुमति मिल जाएगी, वैसे ही सीएनजी पंप को रोडवेज के परिसर में खुलने की अनुमति दे दी जाएगी।
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