अगले सप्ताह फाइनल होगा नागवासुकि मंदिर के विकास का खाका
दारागंज स्थित नागवासुकि मंदिर के विकास का खाका अगले सप्ताह फाइनल हो जाएगा। डायरेक्टर जनरल स्पेशल प्रोजेक्ट के आने की संभावना जताई जा रही है। कुंभ मेले के अधिकारियों संग बैठक में कार्यो को अंतिम रूप दिया जाएगा।
जासं, इलाहाबाद : दारागंज स्थित नागवासुकि मंदिर के विकास का खाका अगले सप्ताह फाइनल होगा। अगले सप्ताह मिनिस्ट्री ऑफ ड्रिंकिंग वॉटर एंड सेनिटेशन के डायरेक्टर जनरल स्पेशल प्रोजेक्ट अक्षय राउत के आने की संभावना है। वह कुंभ मेले के अफसरों के साथ बैठक करेंगे और मंदिर के जीर्णोद्धार संबंधी योजना को अंतिम रूप देंगे।
केंद्र सरकार जिस तरह से देश के सौ शहरों का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया है। उसी तरह स्वच्छ भारत मिशन के तहत 100 ऐसे स्थलों का चयन स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल (आइकॉनिक प्लेस) के रूप में कर रही है, जो राष्ट्रीय, पौराणिक, धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से अति महत्वपूर्ण हैं। इसी क्रम में सोमवार को तीसरे चरण में नागवासुकि मंदिर का चयन स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल के रूप में हुआ। नागवासुकि को नागों का देवता माना जाता है और इनके दर्शन से कालसर्प दोष के निवारण की मान्यता भी है और यह मंदिर कुंभ मेला क्षेत्र से सटा है। इसलिए इसका चयन हुआ है। निगम ने बनाया 5.80 करोड़ का प्रस्ताव
मंत्रालय की ओर से गत दिनों हैदराबाद में हुई मीटिंग में शामिल आइटी अफसर मणिशंकर त्रिपाठी ने नगर निगम की ओर से मंदिर के विकास और जीर्णोद्धार के लिए 5.80 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा था। लेकिन ऐसे स्थलों का विकास पब्लिक सेक्टर की यूनिटें कर रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस मंदिर के विकास के लिए भी पब्लिक सेक्टर की कोई यूनिट आगे आएगी। प्रस्ताव में शामिल हैं ये काम
टूरिस्ट कांप्लेक्स, रिटेनिंग और बाउंड्री वाल, सीढि़यों और घाट का जीर्णोद्धार, लैंडस्केपिंग, फौव्वारे, पाथवे, 20 किलोवॉट का सोलर प्लांट, आरओ प्लांट, कंपोस्ट प्लांट, सीसीटीवी कैमरे लगाने, मॉडल टॉयलेट आदि के निर्माण।