एनडीआरएफ टीम ने जिला प्रशासन के साथ बाढ़ संभावित क्षेत्रों का किया दौरा Prayagraj News
गंगा-यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। एनडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बाढ़ के संभावित इलाकाें का दौरा व बाढ़ चौकियों का जायजा लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। गंगा और यमुना नदियों में लगातार बढ़ रहे पानी से निचले इलाकों में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है। इन नदियों में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए बाढ़ प्रभावित चौकियों पर कर्मचारियों को प्रशासन ने मुस्तैद कर रखा है। वहीं शुक्रवार को एनडीआरएफ टीम ने सदर तहसील क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दौरा किया। वहां की स्थिति का जायजा लिया गया। वहीं लोगों को आश्वस्त भी टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने किया।
स्थापित बाढ़ चैकियों का निरीक्षण भी किया गया
एसडीएम सदर गोरख रंजन श्रीवास्तव एवं तहसीलदार सदर अरविंद कुमार मिश्र के साथ एनडीआरएफ टीम शहर के बाढ़ संभावित क्षेत्रों में दौरा किया। इस दौरान मऊ कछार, द्रोपदी घाट, बक्शी बांध, छोटा बघाड़ा, बलुआघाट, चाचर नाला व गौस नगर में जाकर वहां की स्थिति पर नजर डाली। इन मोहल्ले के लोगों से बातचीत भी टीम के सदस्यों ने की। उन्हें सजग रहने को कहा। साथ ही कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन प्रशासनिक निर्देशों के प्रति वह जागरूक रहें। साथ ही वहां स्थापित बाढ़ चैकियों का निरीक्षण भी किया।
माता टील बांध से बेतवा नंदी में पानी छोड़े जाने से यमुना का बढ़ रहा जलस्तर
गौरतलब है कि माता टील बांध से भारी मात्रा में बेतवा नंदी में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की सम्भावना है। इसे मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन एवं एनडीआरएफ ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। निरीक्षण के दौरान कानूनगों जगदेव चैरसिया, एनडीआरएफ इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह, सहायक उप निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता, बचावकर्ता विनोद कुमार, दीपेश कुमार, सदानंद एवं सौरभ पाल साथ रहे। बता दें कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की एक टीम लेखपाल ट्रेनिंग स्कूल करेली में कैंप कर रही है।