National Dengue Day: कोरोना से कम घातक नहीं डेंगू का डंक, बचाव के लिए बरतनी सावधानी
जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि डेंगू पर अभी नियंत्रण है। विभाग आने वाले दिनों की तैयारियों में लग गया है। मानसून आने से पहले तक हर एक लोगों तक यह बात पहुंचाना है कि सावधानी बरतनी होगी। जागरुकता ही आपको डेंगू से बचा सकती है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। डेंगू, कोरोना से कम घातक नहीं है। जानकारी ही बचाव है। घर को साफ सुथरा रखें, कहीं पानी कई दिनों तक न जमने दें। यह संदेश सोमवार को सीएमओ कार्यालय से लेकर बेली गांव तक गूंजा। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर मलेरिया विभाग ने जागरुकता रैली निकाली। जिला मलेरिया अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी इसमें शामिल हुए।
मलेरिया विभाग ने सभी को किया आगाह, साफ सफाई रखने का दिया संदेश
जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि डेंगू पर अभी नियंत्रण है। विभाग आने वाले दिनों की तैयारियों में लग गया है। मानसून आने से पहले तक हर एक लोगों तक यह बात पहुंचाना है कि सावधानी बरतनी होगी। जागरुकता ही आपको डेंगू से बचा सकती है। इसलिए अपने आस पास पानी न जमा होने दें व गड्ढों को मिट्टी से ढक दें। साफ-सफाई का रखेंगे ख्याल-इस बार डेंगू पर जनता करेगी वार।
टाइगर मच्छर से होता है डेंगू
डेंगू एडिज मच्छर के काटने से होता है, जो दिन में काटता है। इस मच्छर के शरीर पर सफेद धारियां होती हैं, जिसके कारण इसे टाइगर मच्छर भी कहा जाता है। यह मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता। इसके लार्वा साफ पानी में पनपते हैं। इसलिए अपने आस पास कूलर, फ्रिज की ट्रे, छत पर रखे टायर, गमला आदि में पानी न इकट्ठा होने दें व लार्वा को पनपने का मौका न दें।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, गंभीर सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, मतली, उल्टी, सूजी हुई ग्रंथियां या दाने। यह लक्षण आमतौर पर दो से सात दिनों तक रहते हैं। संक्रमित मच्छर के काटने के चार से 10 दिनों बाद गंभीर डेंगू एक संभावित घातक जटिलता है जो प्लाज्मा के रिसाव, पानी की कमी, श्वसन संकट, गंभीर रक्तस्राव, या अंग हानि के कारण होता है।