नारायण दत्त तिवारी राजा अजीत के चुनाव प्रचार में आए थे पट्टी
पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का प्रतापगढ़ से संबंध रहा है। नारायण दत्त राजा अजीत के चुनाव प्रचार में पट्टी आए थे। उनका पूर्व विधायक प्रोफेसर रामदेव से भी रिश्ता रहा है।
प्रयागराज : पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का प्रतापगढ़ से गहरा नाता रहा है। वह यहां प्रो. वासुदेव सिंह के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव लड़ रहे राजा अजीत प्रताप ङ्क्षसह के चुनाव प्रचार में आए थे। इसके साथ पूर्व विधायक प्रो. रामदेव दुबे से भी उनका गहरा रिश्ता रहा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के निधन पर कहा कि उनके जैसा कोई नेता नहीं है। पूर्व राज्यसभा सदस्य ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी यूपी विधान सभा के सर्वकालीन संसदीय ज्ञान के प्रकाश पुंज रहे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने छात्रों को रचनात्मक आंदोलन की राह दिखाई थी।
अजब संयोग रहा कि जब देश उनका जन्म दिन मना रहा तो ऐसा हुआ कि उसी दिन उनको श्रद्धांजलि देनी पड़ रही है। पूर्व सांसद राज कुमारी रत्ना सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी उनके पिता राजा दिनेश सिंह के साथ राजनीति के क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चले थे। वरिष्ठ कांगे्रस नेता ओम प्रकाश पांडेय बताते हैं कि एनडी तिवारी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पूर्व में घोषणा कर आजादी के पूर्व तिरंगा फहराया था।
पूर्व मुख्यमंत्री को दी श्रद्धांजलि :
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी का गुरुवार को 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंडिया क्षेत्र के नाहरपुर गांव निवासी कांग्रेस कमेटी के जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश तिवारी की अगुवाई में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। इस मौके पर राहुल तिवारी, महेंद्र प्रताप सिंह, शिवशंकर गुप्ता, संजीव साहू, आशुतोष कुमार, अरविंद, राकेश बिंद, शिवराम बिंद आदि कांग्रेसी मौजूद रहे।