Conversion Case: मेरा बेटा भटक गया, सनातन धर्म में कराएं वापसी, रतिभान उर्फ गौस के परिवार की गुहार
पिता के मुताबिक रतिभान पड़ोसी गांव सुजौली निवासी एजाज के साथ कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स की पढ़ाई करने जाता था तभी उसके रंग-ढंग बदलने लगे थे। वहां उसका ब्रेन वाश किया गया। घरवालों को इस बारे में जानकारी हुई तो आने-जाने पर रोक लगाकर उसकी साइकिल रखवा ली गई थी।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। मानिकपुर थाना क्षेत्र के धनऊ का पुरवा गांव निवासी शिवप्रसाद सरोज के दो बेटे व दो बेटियां हैं। सबसे छोटा बेटा रतिभान सरोज है। परिवार के अन्य सदस्यों की शादी हो गई है। माता-पिता रतिभान की शादी नहीं कर सके थे। रतिभान ने परिवार वालों की इच्छा के विपरीत वर्ष 2013 में रामनरेश इंटर कालेज में 12 वीं पढऩे के बाद मतांतरण कर लिया था। जबकि, पिता शिव प्रसाद को निरंकारी धर्म में ज्वाइन कराया था।
कंप्यूटर की पढ़ाई करने जाता था तभी किया गया ब्रेन वाश
पिता के मुताबिक, रतिभान ने उर्दू विषय से स्नातक किया है। वह पड़ोसी गांव सुजौली निवासी एजाज के साथ कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स की पढ़ाई करने जाता था, तभी उसके रंग-ढंग बदलने लगे थे। वहां उसका ब्रेन वाश किया गया। जब घरवालों को इस बारे में जानकारी हुई तो आने-जाने पर रोक लगाकर उसकी साइकिल रखवा ली गई थी। परिवारीजनों की डांट फटकार पर वह आत्महत्या की धमकी देता था। इसके बाद वह घर से चला गया। बुधवार को जागरण टीम ने जब रतिभान उर्फ गौस मोहम्मद के पिता शिव प्रसाद से बात की तो उन्होंने कहा कि हम किसान हैं। अपने हिंदू धर्म में विश्वास करते हैं। अगर रतिभान फिर से सनातन धर्म में वापस आ जाए तो जमीन जायदाद व परिवार में शामिल कर लेंगे, नहीं तो उससे मेरा कोई वास्ता नहीं है। परिवार के अन्य सदस्य भी उम्मीद लगाए बैठे हैं, कभी तो रतिभान को अपने धर्म व परिवार का ख्याल आएगा, वह एक दिन जरूर वापस आएगा। उसे गुमराह कर मतांतरण कराया गया है।
गौस संग रहना चाहती है युवती, कोर्ट में हुआ बयान
मतांतरण प्रकरण में प्रेमी संग तीन आरोपितों को जेल भेजवाने वाली युवती ने बुधवार को अदालत में अपना कलमबंद बयान दर्ज कराया। इसके पहले उसने थाने में भी महिला पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया था। युवती अपने पति गौस के साथ रहना चाहती है। जबकि युवती को लेने के लिए उसके परिवार के लोग भी अदालत परिसर में मौजूद रहे।अफजलपुर सातो गांव के एक मकान से शनिवार को पुलिस ने एक युवती को बरामद किया था। उसके अपहरण का केस कोखराज थाना में साल भर पहले दर्ज कराया गया था। बरामद युवती ने पुलिस को बताया कि कोखराज के रसूलपुर काजी निवासी मोहम्मद अस्सान रजा ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसाया और शादी का झांसा देकर अपने मामा अतीक निवासी मूरतगंज के यहां ले गया। इस कार्य में अस्सान के भाई मुश्ताक ने भी उसकी मदद की। दूसरे धर्म का होने की बात कहकर अस्सान ने शादी से इन्कार किया और युवती का मतांतरण करा दिया। इसे बाद भी उसने शादी नहीं की और अपने मामा व भाई की मदद से उसका निकाह अफजलपुर सातो निवासी गौस उर्फ रतिभान से करा दिया। रतिभान ने भी वर्ष 2013 में मतांतरण किया था।
घरवाले मौजूद रहे लेकिन वह अड़ी रही गौस के लिए
पुलिस अधीक्षक राधेश्याम ने बताया कि तीनों आरोपितों को पकड़ कर जेल भेजा गया। वहीं युवती का कोखराज थाना में महिला पुलिस के सामने विवेचक ने बयान दर्ज किया। इसके बाद इंस्पेक्टर ज्ञान सिंह ने बुधवार को अदालत में पेश किया। यहां भी युवती का कलमबंद बयान दर्ज किया गया। इस दौरान युवती के मायके वाले भी अदालत परिसर में मौजूद रहे। इसके बावजूद युवती गौस के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही। इंस्पेक्टर ने बताया कि अदालत में युवती का कलमबंद बयान करा दिया गया है। विवेचक की ओर से प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया जाएगा। इसके बाद ही बयान की कापी प्राप्त होगी। तब जाकर युवती को उसकी मर्जी के मुताबिक सुपुर्द किया जाएगा।