Murder in Prayagraj : लोन पर पत्नी के नाम पर ली थी कार, किश्त जमा नहीं पा रहा था तो कर दी हत्या, एक घंटे में हत्या का राजफाश
Murder in Prayagraj कार लोन पर थी। लेकिन वह लोन की किश्त हर महीने जमा नहीं कर पा रहा था। इस बात से काफी तनाव में था। इस पर घर में विवाद होता था। पुलिस के मुताबिक लोन की किश्त जमा करने से बचने के लिए उसने यह साजिश रची।
प्रयागराज, जेएनएन। जिले के नवाबगंज थानाक्षेत्र के पबनाह गांव में समूह संचालक आशा मौर्य (35) की हत्या का पुलिस ने एक घंटे में ही राजफाश कर दिया। पुलिस के ने शक के आधार पर पति को थाने लेकर जाकर पूछताछ की तो वह टूट गया और अपना गुनाह कबूल लिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या इस्तेमाल कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली।
पत्नी के नाम लोन पर ली थी कार
पबनाह गांव निवासी शिवशंकर मौर्या ओला कंपनी में खुद की कार चलाता है। उसकी पत्नी आशा माैर्या (35) गांव में ही स्वयं सहायता समूह चलाती थी। आशा के तीन पुत्र शुभम (15), आदित्य (11) और आर्यन (9) हैं। कार लोन पर थी। लेकिन वह लोन की किश्त हर महीने जमा नहीं कर पा रहा था। इस बात से काफी तनाव में था। अक्सर इस बात को लेकर घर में विवाद होता था। पुलिस के मुताबिक लोन की किश्त जमा करने से बचने के लिए उसने यह साजिश रची।
यह था मामला
रविवार रात आशा अपने पति के साथ कमरे में सो रही थी। बच्चे बगल के कमरे में थे। देर रात करीब दो बजे शिवशंकर मौर्या कार लेकर घर से निकल गया। सोमवार सुबह करीब छह बजे वह घर लौटा। कमरे में दाखिल होते ही वह चिल्लाने लगा। चीख पुकार सुनकर उसके बच्चे और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। कमरे में आशा खून से लथपथ पड़ी थी। शिवशंकर आननफानन में उसे अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने आशा को मृत घोषित कर दिया। वह लाश लेकर घर आ गया। जांच पड़ताल में पता चला कि आशा के सिर पर धारदार हथियार से वार किया गया था। पुलिस ने तीनों पुत्रों से पूछा तो वे कुछ नहीं बता सके। किसी प्रकार की चीख की आवाज भी उन्होंने नहीं सुनी थी।
गांव के एक युवक पर शक जताकर पुलिस को कर रहा था गुमराह
पुलिस ने पति शिवशंकर से पूछा तो उसने भी कहा कि वह कुछ नहीं जानता। हां, इतना जरूर बताया कि कार खरीदने के लिए उसने गांव के एक व्यक्ति से कुछ रुपये लिए थे। दो दिन पहले उसी रुपये को लेकर उसका विवाद उस व्यक्ति से हुआ था।