नैनी जेल से रची जा रही थी एक और कत्ल की साजिश, हुआ राजफाश
नैनी जेल में शेरडीह में एक और कत्ल की साजिश रची जा रही थी। साजिश रचने वाला प्रधान का बेटा था। उसने अपने दुश्मन को मारने की सुपारी दी थी। दोनों शूटर गिरफ्तार हुए तो इसका राजफाश हुआ।
प्रयागराज : नैनी जेल में बंद शेरडीह गांव की प्रधान सरस्वती देवी के बेटे संतोष यादव ने अपने दुश्मन बच्चा की हत्या की सुपारी दी थी। शूटरों को असलहा भी मुहैय्या करवाया था। पुलिस के हत्थे चढ़े शूटर राजेश उर्फ माइकल व आकाश ने इसका राजफाश किया है। इनके कब्जे से पिस्टल, तमंचा, कारतूस व स्कूटी बरामद हुई है।
संतोष का गांव के ही कुछ लोगों से पुरानी अदावत चल रही है
अभियुक्तों को पुलिस लाइन सभागार में मीडिया के सामने पेश किया गया। एसपी गंगापार एनपी सिंह, एएसपी धवल जायसवाल ने बताया कि संतोष का अपने गांव के ही कुछ लोगों से पुरानी अदावत चल रही है। शेरडीह के गैंगवार में अब तक कई लोगों की हत्या भी हो चुकी है। ग्राम प्रधान का बेटा संतोष हत्या के मामले में ही नैनी जेल में बंद है। कुछ माह पहले उसने नीरज वाल्मीकि के शूटर तेलियरगंज निवासी राजेश और कर्नलगंज के आकाश को जेल में बुलाया था। वहां पहुंचने पर संतोष ने कहा कि स्कार्पियो से चलने वाले बच्चा की हत्या करनी है। कुछ दिन बाद संतोष का एक व्यक्ति शूटरों के पास पहुंचा और असलहा व 22 हजार नकद दिया। बाकी डेढ़ लाख काम होने के बाद देने को कहा।
संतोष ने लल्लन यादव से भी संपर्क करने को कहा था
संतोष ने जेल से छूटने वाले लल्लन यादव से भी संपर्क करने को कहा था, ताकि वारदात को आसानी से अंजाम दिया जा सके। हत्या की साजिश रचने की खबर मिलते ही क्राइम ब्रांच के प्रभारी धर्मेंद्र यादव, स्वॉट प्रभारी वृंदावन राय ने टीम के साथ जाल बिछा दिया। सोमवार सुबह इंस्पेक्टर दारागंज विनीत सिंह के साथ दोनों शूटरों को बक्शी बांध के पास से दबोच लिया।
पुलिस के अनुसार राजेश ने मऊआइमा में मुन्ना की हत्या की
पुलिस का यह भी कहना है कि राजेश ने 2014 में मऊआइमा में मुन्ना यादव की हत्या की थी। दो साल बाद अरुण वर्मा के साथ मिलकर जबर सिंह की हत्या की। राजेश पहले नीरज वाल्मीकि का शूटर था। तब उसने नैनी में बालू कारोबारी की सुपारी ली थी, लेकिन नीरज की हत्या के बाद प्लान फेल हो गया था।