इनाम घोषित कर भूल गया निगम
इलाहाबाद: नगर निगम प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर की रैंकिंग बढ़ाने के मकसद से स्वच्छता एप
इलाहाबाद: नगर निगम प्रशासन ने स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर की रैंकिंग बढ़ाने के मकसद से स्वच्छता एप पर लोगों की ज्यादा से ज्यादा सक्रियता बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा शिकायतें करने वालों को इनाम देने की घोषणा की थी। लेकिन निगम प्रशासन ऐसे लोगों को इनाम देना भूल गया, जिन शहरियों ने समय निकालकर इसमें दिलचस्पी ली। दरअसल, स्वच्छता रैंकिंग में सफाई संबंधी कई बिंदुओं पर अंक जोड़े जाने थे। इसमें लोगों द्वारा स्वच्छता एप डाउनलोड कर उस पर शिकायतें दर्ज कराने और निगम की ओर से उसके निस्तारण करने पर भी अंक मिलने थे, लेकिन शहरी इसमें खास दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। इसके लिए महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी की अध्यक्षता में दिसंबर महीने में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि जो लोग महुआ स्वच्छता एप पर सर्वाधिक शिकायतें करेंगे उन्हें क्रमश: 15 हजार, 11 हजार और पांच हजार रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके अलावा सौ लोगों को एक-एक हजार रुपये के भी पुरस्कार देने की घोषणा हुई थी। फरवरी महीने में स्वच्छ सर्वेक्षण भी हो गया, लेकिन निगम प्रशासन लोगों को पुरस्कार देना भूल गया। हालांकि, महापौर ने फूलपुर लोकसभा चुनाव के संपन्न होने पर सर्वाधिक शिकायत करने वालों को इनाम देने की बात कहीं थीं, लेकिन उन्हें भी यह बात याद नहीं रही। महापौर का कहना है कि अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास से ऐसे लोगों का नाम चिन्हित कराने के लिए कहा गया है, जो इस श्रेणी में आ रहे हैं। हालांकि, उनका कहना है कि इस कार्य में थोड़ा विलंब हो रहा है।