ठंड बढ़ी तो बाजार में कम पड़ गए मफलर और दस्ताने Prayagraj News
प्रयागराज में सर्दी सितम ढा रही है। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए बाजार में गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ गई है। वहीं मांग बढ़ने के कारण मफलर और दस्तानों की कमी हो गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। करीब एक सप्ताह से जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण गरम कपड़ों की बिक्री में जबर्दस्त उछाल आया है। शहर के लोगों की ज्यादा भीड़ गरम कपड़ों के बाजारों में ही दिखाई दे रही है। आलम यह है कि बाजारों में मफलर, दस्ताने, कैप और वूलेन मोजे की भारी किल्लत हो गई है। जिन दुकानों अथवा शोरूम में शरीर को गर्माहट देने वाली यह सामग्रियां मिल भी रही हैं, उनमें से कुछ के यहां रेट भी बढ़ा दिए गए हैं।
गर्म कपड़ों की बिक्री में अन्य सालों की तुलना में दोगुना वृद्धि
थोक कारोबारी और शोरूम संचालक स्वेटर, जैकेट, शॉल के स्टॉक कुछ ज्यादा मंगा लेते हैं। वहीं मफलर, दस्ताने और वूलेन मोजे जैसे छोटे आइटमों का सीमित स्टॉक मंगाते हैं। थोक कारोबारियों के यहां से छोटे कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापारी भी सामान ले जाते हैं। इस बार रिकार्ड तोड़ ठंड के कारण गर्म कपड़ों की बिक्री में अन्य सालों की तुलना में करीब डेढ़ से दो गुना की वृद्धि दर्ज की जा रही है। हालात यह हैं कि कई बड़े कारोबारियों और शोरूमों में मफलर, दस्ताने और वूलेन मोजे के स्टॉक खत्म हो गए हैं।
विंटर कलेक्शन भेजने से हाथ खड़े कर दिए
सिविल लाइंस में सरदार पटेल मार्ग स्थित एक ब्रांडेड कंपनी के शोरूम के प्रोपराइटर नितिन गुप्ता बताते हैं कि उनके यहां मफलर और वूलेन मोजे का स्टॉक खत्म हो गया है। कंपनी से स्टॉक के संबंध में बात हुई तो अब गर्मी कलेक्शन की तैयारी शुरू हो जाने के कारण विंटर कलेक्शन भेजने से हाथ खड़े कर दिए। चौक के थोक कारोबारी रामजी कपूर बताते हैं कि मफलर, दस्ताने और कैप का स्टॉक खत्म हो गया है। नया स्टॉक मंगाने पर आने में पांच-छह दिन लग जाएगा। तब तक अगर ठंड कम हो गई तो साल भर के स्टॉक डंप हो जाएगा। वह बताते हैं कि ब्रांडेड चीजें फुटकर व्यापारी भी कम लेते हैं।
व्यापारी भी सीमित स्टॉक मंगाए थे
उनका कहना है कि पिछले कई वर्षों में इस तरह ठंड नहीं पड़ी, जिससे व्यापारी भी सीमित स्टॉक मंगाए थे। उन्होंने बताया कि जो स्टाक जनवरी तक चलना था, इस बार दिसंबर में ही खत्म हो गया है। सिविल लाइंस में एक अन्य प्रतिष्ठित शोरूम के प्रोपराइटर विनीत कपूर ने भी मार्केट में इन सामग्रियों की कमी की बात स्वीकार की है। हालांकि, इनके यहां स्टॉक है। वह बताते हैं कि दस्ताने और वूलेन मोजे ढाई सौ से छह सौ रुपये तक हैं। जबकि मफलर की कीमत 12 सौ रुपये तक है।