सांसद रीता जोशी ने जीईटीएनडी कंपनी बंद करने के निर्णय पर त्रिपक्षीय वार्ता की Prayagraj News
सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने जीईटीएनडी कंपनी प्रबंधन की मनमानी पर आपत्ति जताई है। कंपनी प्रबंधन ने कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है। इस संबंध में सांसद ने त्रिपक्षीय वार्ता की है।
प्रयागराज, जेएनएन। नैनी स्थित ट्रांसफॉर्मर बनाने वाली जीईटीएनडी इंडिया लिमिटेड कंपनी को बंद करने के प्रयास पर सांसद डॉक्टर रीता बहुगुणा जोशी ने प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिया है कि कंपनी ऐसे ही बंद नहीं की जा सकती। कहा कि एक तरफ तो हम बंद हो चुकी कंपनियों को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं और नई कंपनियों को स्थापित करने की बात चल रही है। वहीं कंपनी प्रबंधन बिना वजह इसे बंद करने पर आमादा है।
इस मामले में सांसद ने त्रिपक्षीय वार्ता की
कंपनी के कर्मचारियों की ओर से पिछले दिनों हुई मुलाकात के बाद सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने 16 अगस्त को सर्किट हाउस में त्रिपक्षीय वार्ता बुलाने के लिए कहा था। उसी के तहत शुक्रवार को सर्किट हाउस में कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि, प्रबंधन पक्ष तथा प्रयागराज के उप श्रम आयुक्त के बीच बैठक हुई। अध्यक्षता प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने की थी। वार्ता के दौरान प्रबंधन ने कंपनी में घाटे की बात कही और ऑर्डर न मिलने की बात कही। यह कारण बताते हुए स्पष्ट किया कि प्रबंधन कंपनी को चलाने में सक्षम नहीं है।
कर्मचारी संघ ने कंपनी प्रबंधन पर लगाए आरोप
कर्मचारी संघ ने कहा कि कंपनी लाभ में है। ऑर्डर की कोई कमी नहीं है और यह कंपनी एशिया की नंबर वन कंपनी रही है। बताया कि वर्तमान प्रबंधन द्वारा नैनी यूनिट के लगभग 200 करोड़ के ऑर्डर को दूसरे प्लांट में शिफ्ट कर दिया गया है। नैनी यूनिट में इंजीनियरों की नाकामयाबी और प्रबंधन की असफलता मुख्य कारण है। कर्मचारियों ने कुछ साक्ष्य भी प्रस्तुत किए।
डॉ. रीता जोशी ने कहा, कंपनी चलाने के लिए जो मदद चाहिए वह की जाएगी
दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी ने प्रबंधन से स्पष्ट कहा कि आपको कंपनी चलाने के लिए जो मदद चाहिए वह की जाएगी। बैठक में श्रम विभाग की तरफ से उप श्रम आयुक्त तथा उनके सहयोगी, कंपनी प्रबंधन की ओर से अमरेश सिंह एचआर, सूरोजीत मुखर्जी एचआर, अजय जैन यूनिट हेड, बलविंदर सिंह कौरा थर्ड पार्टी, कर्मचारी संघ की ओर से मंत्री सुभाष भारतीय, अध्यक्ष अनिल कुमार, संयुक्त मंत्री प्रताप नारायण मंगलम, उपाध्यक्ष आलोक तिवारी आदि मौजूद रहे।