Move to Jagran APP

UP News: नौकरी सरकार की, माफिया की चाकरी; नपेंगे कर्मचारी और अधिकारी

सरकारी नौकरी करते हुए अतीक अहमद के लिए काम करने वाले विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की अब खैर नहीं होगी। खुफिया एजेंसियों ने इनके बारे में रिपोर्ट दे दी है। सुबूत मिलते ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू हो जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaPublished: Wed, 29 Mar 2023 05:37 AM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2023 05:37 AM (IST)
UP News: नौकरी सरकार की, माफिया की चाकरी; नपेंगे कर्मचारी और अधिकारी
UP News: नौकरी सरकार की, माफिया की चाकरी, जाएगी अफसरों-कर्मियों की नौकरी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। माफिया को मिट्टी में मिलाने के मिशन में लगाए गए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को अहम सुराग मिले हैं। कई महकमों के अधिकारी व कर्मचारी सरकारी नौकरी कम विधायक राजू पाल की हत्या के चश्मदीद उमेश पाल शूटआउट के मुख्य आरोपित माफिया अतीक अहमद की चाकरी करने में ज्यादा व्यस्त रहते थे। कुछ तो अब भी अतीक और उसके परिवार की खुशामदी में जुटे हैं। ऐसे 15 विभागों के दो सौ से ज्यादा अफसर व कर्मी अब निशाने पर हैं। 410 मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं।

loksabha election banner

सरकारी नौकरी करते हुए अतीक अहमद के लिए काम करने वाले विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की अब खैर नहीं होगी। खुफिया एजेंसियों ने इनके बारे में रिपोर्ट दे दी है। सुबूत मिलते ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इसमें सबसे ज्यादा पुलिस वाले हैं। वैसे तो अब तक 26 पुलिसवालों को हटाकर दूसरे जोन में फेंक दिया गया है, मगर इतने पर ही उन्हें छोड़ा जाएगा। उनकी वर्दी उतरनी तय मानी जा रही है।

माफिया से मिलती थीं लग्जरी सुविधाएं

चिन्हित किए गए इन अधिकारियों और कर्मचारियों को माफिया से बाकायदा सारी सुविधाएं मिलती रही हैं। सरकार के बराबर वेतन, भत्ता, वर्दी व महंगे कपड़े के साथ त्योहारी भी मिलती थी। घर में किसी की भी शादी हो, शादी की सालगिरह हो अथवा बच्चों का बर्थडे हो, माफिया की ओर से महंगे गिफ्ट मिलते थे। परिवार के साथ घूमने जाने पर लग्जरी कार संग होटल का खर्च भी मिलता था। कई अफसरों को तो फ्लाइट का भी खर्च भी मिलता था। पुलिस के एक इस्पेक्टर व दो दारोगा के मालदीव व नेपाल घूमना खूब चर्चे में रहा।

स्थानांतरित किए गए इन पुलिसकर्मियों पर है पैनी नजर

दारोगा मेराज खान को पीटीसी मुरादाबाद, उर्दू अनुवादक मुनव्वर खान को हाथरस, हेड कांस्टेबल जावेद खान को हरदोई, तौफीक खान को औरैया, सरफराज खान को फतेहगढ़, सिराज अहमद खान को एटा, अफरोज खान को इटावा, अफरोज खान द्वितीय को हमीरपुर, नौशाद को बलरामपुर, मोहम्मद बाबर खान को अमरोहा, मोहम्मद शाहिद खान को बागपत, इरशाद अहमद सिद्दीकी को बुलंदशहर, मोहम्मद शाह आलम को पीलीफीत भेजा गया है। इसी तरह कांस्टेबल मोहम्मद आमिर खान को गोंडा, मेराज खान को जालौन, मोहम्मद आकिब रजा खान को सीतापुर, अरशद खान को आगरा स्थानांतरित किया गया है। खुफिया एजेंसियों की इन पर पैनी नजर है।

जिले में की आधी नौकरी, आय से अधिक संपत्ति की जांच

अतीक अहमद और अशरफ तथा दोनों के गुर्गों के करीबी इन अधिकारियों व कर्मचारियों ने आधी नौकरी प्रयागराज में ही कर डाली। उनकी सेटिंग ऐसी थी कि वे जिले से बाहर गए ही नहीं। यदि विशेष परिस्थितियों में तबादला हुआ भी तो आसपास के जिलों प्रतापगढ़, कौशांबी ही भेजे गए और फिर जल्दी ही वापसी भी हो गई। अब इन अधिकारियों की आय से अधिक संपत्ति की भी जांच कराई जाएगी। प्रयागराज में उनकी अचल संपत्ति तथा बैंक खाते खंगाले जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.