चक्रवात के भंवर में फंसा मानसून, अब जुलाई से शुरू हो सकती है बारिश Prayagraj News
अगले कुछ दिनों तक मौसम में नमी बने रहने से प्रयागराज के लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलेगी। वहीं मानसून यहां देरी से आएगा। चक्रवात के भंवर में मानसून फंसा है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में मानसून अब और देर से आने की संभावना बढ़ गई है। गुजरात में बने चक्रवात के कारण मानसून केरल और दक्षिणी तमिलनाडु से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इसके चलते अब यहां जुलाई के पहले हफ्ते से ही बारिश शुरू हो सकती है। हां, इस दौरान कुछ दिनों तक मौसम में नमी बनी रहने के कारण गर्मी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
केरल में देर से आया मानसून और चक्रवात के भंवर में फंस गया
केरल में भी इस बार एक सप्ताह देर से मानसून आया लेकिन आते ही चक्रवात के भंवर में फंस गया। इसके चलते अब मानसून केरल व दक्षिणी तमिलनाडु से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। पहले यह संभावना व्यक्त की जा रही थी कि प्रयागराज में 25 जून तक मानसून आ सकता है लेकिन अब इसमें और देरी हो सकती है।
तीन-चार दिन तक गर्मी से रहेगी राहत
मौसम विज्ञानी प्रो. सविंद्र सिंह की मानें तो गुजरात के चक्रवात के कारण मानसून विलंब से आएगा। हालांकि, तीन चार दिन तक मौसम में नमी बनी रहने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत रहेगी।
तीखी धूप, हवा फिर बूंदाबांदी
रोज की तरह मंगलवार को भी मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सुबह से दोपहर तक तीखी धूप परेशान करती रही। इसके बाद तेज हवाएं चलीं। शाम होते होते तेज बूंदाबांदी भी हुई। इससे गर्मी से परेशान लोगों को काफी हद तक राहत मिली। तापमान में भी कमी आई। मंगलवार को अधिकतम तापमान सोमवार की तुलना में 0.3 डिग्री कम होकर 42.5 और न्यूनतम पारा 0.5 लुढ़क कर 27.9 डिग्री सेल्सियस हो गया। अधिकतम और न्यूनतम आद्र्रता में ज्यादा अंतर न होने से उमस बढ़ गई। अधिकतम आद्र्रता 58 और न्यूनतम 41 फीसद रही।
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