इंट्रीगेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम में सीसीटीवी कैमरों से मॉनीटरिंग बंद
इस बिल्डिंग के भूतल पर मेलाधिकारी समेत अन्य स्टॉफ के कार्यालय हैैं जबकि प्रथम तल पर आइट्रिपलसी की स्थापना की गई थी। इसे तैयार करने में चार सौ करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए।
प्रयागराज : कुंभ के दौरान मेला क्षेत्र, शहर और आसपास के क्षेत्र की सुरक्षा, यातायात व्यवस्था समेत अन्य इंतजामों की निगरानी के लिए तैयार किया गया इंट्रीगेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (आइट्रिपलसी) फिलहाल बंद हो गया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय के प्रथम तल के हॉल में इसके लिए सिस्टम लगाया गया हैै। शहर समेत बाहरी इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों से इंतजामों की निगरानी यहीं से की जाती थी। कुंभ खत्म होने के बाद मेला प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जिम्मेदारी पुलिस और नगर निगम प्रशासन को सौंप दी है।
लाल सड़क पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण की नई बिल्डिंग बनी हैैं। पुरानी बिल्डिंग के आगे नई बिल्डिंग का निर्माण कुंभ के पहले कराया गया। इस बिल्डिंग के भूतल पर मेलाधिकारी समेत अन्य स्टॉफ के कार्यालय हैैं, जबकि प्रथम तल पर आइट्रिपलसी की स्थापना की गई थी। इसे तैयार करने में चार सौ करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए। इसमें कीमती मशीनों के साथ एलईडी टीवी स्क्रीन लगाई गई और उन्हें कुंभ मेला समेत शहर की तकरीबन सभी प्रमुख सड़कों, चौराहोंं, वाराणसी मार्ग, जौनपुर, लखनऊ मार्ग, कानपुर मार्ग, रीवा रोड आदि पर लगे हाईटेक सीसीटीवी कैमरों से जोड़ा गया। देश की नामी कंपनी ने यह काम किया और मेला शुरू होने के साथ कैमरों के जरिए मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी भी निभाई। कुंभ शुरू होने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 दिसंबर को आइट्रिपलसी का उद्घाटन किया था। कुंभ के दौरान यातायात प्रबंधन, सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित कराने में आइट्रिपलसी ने महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई। कुंभ के समापन के बाद मेला क्षेत्र से सामान समेटा गया तो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे भी हटा दिए गए। 31 मार्च से आइट्रिपलसी ने काम करना भी बंद कर दिया। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि आइट्रिपलसी के जरिए निगरानी की व्यवस्था कुंभ मेला तक थी। मेला खत्म होने के बाद यहां के ज्यादातर उपकरण शहर से संचालित हो रहे कंट्रोल रूम में शिफ्ट कर दिए गए हैैं। अब वहीं से मॉनीटरिंग हो रही है।