छात्र संगठन की गतिविधियों पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन का पहरा
अब विवि परिसर से बाहर छात्रों की ओर से आयोजित शैक्षिक एवं गैर शैक्षिक गतिविधियों के लिए पहले अनुमति लेनी होगी। इसके लिए इविवि की ओर से टीम का गठन कर दिया गया है।
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संगठन की गतिविधियों पर पहरा लगा दिया है। इविवि के छात्र-छात्राओं को विवि परिसर अथवा उसके बाहर यदि कोई शैक्षणिक अथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम या गोष्ठी करना होगा तो इसके लिए पहले इविवि प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। यही नहीं अब छात्र संगठनों को इन कार्यक्रमों का वार्षिक कैलेंडर भी जारी करना होगा। अनुमति देने के लिए इविवि प्रशासन की ओर से टीम का गठन कर दिया गया है।
बैठक में हुआ विचार-विमर्श
यह निर्णय कुलानुशासक मंडल के सदस्यों की बैठक में हुआ। कुलानुशासक कार्यालय में हुई बैठक में विश्वविद्यालय में अनुशासन के विषय पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संगठनों की गतिविधियों पर निगरानी और उनकी गतिविधियों पर अनुमति की अनिवार्यता पर प्रस्ताव पारित किया गया। अब विवि परिसर से बाहर छात्रों की ओर से आयोजित शैक्षिक एवं गैर शैक्षिक गतिविधियों के लिए पहले अनुमति लेनी होगी। शोध छात्रों को अधिष्ठाता संकाय से अनुमति प्राप्त करने के बाद ही कार्यक्रम आयोजित करना होगा।
आपराधिक प्रवृत्ति के छात्रों की पहचान होगी
इसके अलावा छात्रावासों के अधीक्षकों और संरक्षकों तथा अधिष्ठाता, छात्र कल्याण मंडल के सदस्यों की समिति के गठन का फैसला लिया गया। छात्रों से विश्वविद्यालय स्तर पर समस्याओं के समाधान करने के लिए समिति का गठन किया गया। आपराधिक प्रवृत्ति के छात्रों की पहचान करने एवं विवि परिसर में उनके प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कुलानुशासक ने तीन समितियों का गठन किया। यह समिति विश्वविद्यालय से निष्कासित एवं निलंबित छात्रों के प्रकरण का निस्तारण करेगी।
अब हॉस्टलों के अधीक्षकों को साप्ताहिक रिपोर्ट भी देनी होगी
इसके अलावा अब हॉस्टलों के अधीक्षकों को साप्ताहिक रिपोर्ट भी देनी होगी। इसमें यह भी बताना होगा कि किन कक्षों में अतिथि रात्रि में ठहरे थे और कहां पर हीटर का प्रयोग होता है। बैठक में चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे, डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार समेत विभिन्न हॉस्टलों के अधीक्षक मौजूद रहे।
एंटी रैगिंग कमेटी का गठन
इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अपराध पर अंकुश लगाने के लिए संकाय वार एंटी रैंकिंग कमेटी का गठन किया गया। कला संकाय में नौ सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। विज्ञान संकाय में दस सदस्यीय कमेटी और वाणिज्य-विधि संकाय में छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इसी तरह महिला संकाय में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस बात की जानकारी चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे ने दी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप