एमएनएनआइटी की पहल, संस्थान अब लीगल इंजीनियर भी तैयार करेगा Prayagraj News
स्थापना के 60वें वर्ष में प्रवेश करने पर एमएनएनआइटी ने हीरक जयंती समारोह मनाया। इसमें अनूठी पहल करते हुए संस्थान ने लीगल इंजीनियरिंग कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) अब लीगल इंजीनियर तैयार करेगा। इसके लिए तीन वर्षीय बीटेक इन एलएलबी प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। संस्थान ने यह फैसला स्थापना के 60वें वर्ष में प्रवेश पर आयोजित हीरक जयंती समारोह में लिया। निदेशक प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी ने बताया कि यह फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर के सुझाव पर लिया गया है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बोले, विधि क्षेत्र में टेक्नोक्रेट्स की बढ़ी मांग
बतौर मुख्य अतिथि समारोह को संबोधित करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर ने कहा कि विधि के क्षेत्र में टेक्नोक्रेट्स की तेजी से मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एलएलबी करने के बाद सोशल इंजीनियर तैयार होते हैं लेकिन अब लीगल इंजीनियर की आवश्यकता है। उन्होंने ट्रिपल आइटी से बीटेक की पढ़ाई करने के बाद सुप्रीम कोर्ट में काम करने वाले एक छात्र का जिक्र किया। बताया कि उस छात्र का कोई खास काम नहीं है लेकिन हर कोई उससे सलाह लेता है। वह हमेशा व्यस्त रहता है। इसके अलावा उन्होंने फाइनेंस के क्षेत्र में भी इंजीनियर तैयार करने पर जोर दिया। बताया कि देश के अन्य टेक्निकल इंस्टीट्यूट भी इस दिशा में विचार कर रहे हैं। युवाओं को इंजीनियङ्क्षरग के क्षेत्र में आने की सलाह दी।
बीटेक करने के बाद बीटेक इन एलएलबी की तीन साल की पढ़ाई होगी : प्रो. त्रिपाठी
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी ने बताया कि किसी भी एनआइटी में यह पाठयक्रम अब तक नहीं है। बीटेक करने के बाद बीटेक इन एलएलबी की तीन साल की पढ़ाई होगी। यह प्रस्ताव सीनेट में रखा जाएगा। वहां मंजूरी मिलने के बाद पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कमेटी बनाई जाएगी। इसके बाद पहले सत्र में तीस सीटों के साथ प्रवेश शुरू होगा। इस दौरान हीरक जयंती स्मारिका का भी विमोचन किया गया। अतिथियों का स्वागत डीन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट प्रो. एमएम गोरे और धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार डॉ. सर्वेश कुमार तिवारी ने किया।
सांस्कृतिक आयोजनों से सजी शाम
संस्थान के 60वें वर्ष में प्रवेश करने पर सोमवार की शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। समारोह के दौरान सभी 24 विभागों के शिक्षक और विभागाध्यक्ष के अलावा डीन भी मौजूद रहे।