यूपी विधानमंडल के विशेष सत्र में प्रयागराज के विधायकों ने उठाए ज्वलंत मुद्दे Prayagraj News
प्रयागराज जिले से भाजपा के सभी आठ व अपना दल के एक विधायक यूपी विधानमंडल के विशेष सत्र के गवाह बने। इसमें कई विधायकों को बोलने का भी मौका मिला।
प्रयागराज, [ज्ञानेंद्र सिंह]। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को समर्पित उत्तर प्रदेश विधानमंडल के विशेष सत्र में प्रयागराज के विधायकों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। विधायकों ने बापू की प्राथमिकता वाले स्वच्छता और गरीबी उन्मूलन जैसे मुद्दों को सदन में उठाया। इसके साथ ही विकास कार्यों के मुद्दे को भी उठाया गया। सदन में बैठे जनप्रतिनिधियों ने अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ ही जिले की भी अहम समस्याओं पर सवाल किया।
कई विधायकों को बोलने का भी मौका मिला
एमएलसी और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश सरकार के प्रवक्ता तथा खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी भी सदन में बोले। जिले से भाजपा के सभी आठ विधायक व अपना दल के एक विधायक इस विशेष सत्र के गवाह बने। इसमें कई विधायकों को बोलने का भी मौका मिला। सपा के एक और बसपा के दोनों विधायक सत्र में नहीं शामिल हुए।
सिद्धार्थनाथ ने ओडीओपी के लाभ को गिनाया
शहर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सदन में एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) से हो रहे लाभ को बताया। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित सतत विकास लक्ष्य 2030 के महत्वपूर्ण लक्ष्य संख्या अच्छा काम और आर्थिक विकास पर बोला। कहा कि अगर जनसंख्या में वृद्धि होती है और विकास शहरों, उसके आसपास के क्षेत्रों में ही होता है तो इससे श्रम का पलायन होता है। श्रमिक कमाई का पैसा अपने घर भेजते तो हैैं लेकिन इससे ग्रामीण भारत समृद्ध नहीं होता। समृद्धि का तात्पर्य, स्कूल, अस्पताल, सड़क, बिजली तथा आवास आदि से है। कहा कि ओडीओपी इसमें मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह आर्थिक विकास में सहभागी होगा।
प्रवीण पटेल ने उठाया झूंसी क्षेत्र को निगम में शामिल कराने का मुद्दा
फूलपुर के विधायक प्रवीण पटेल विशेष सत्र में लगभग 35 मिनट बोले। उन्होंने झूंसी क्षेत्र को प्रयागराज नगर निगम में शामिल किए जाने का मुद्दा उठाया। बताया कि झूंसी अभी नगर पंचायत है। यहां पीडीए और आवास विकास परिषद की कई कॉलोनियां हैैं। इसके अलावा झूंसी और इसके आसपास के दो दर्जन से ज्यादा गांव भी लगभग शहरी हो चुके हैैं। यहां कॉलोनियां बस चुकी हैैं और अपार्टमेंट बन गए हैैं। गांवों में पूरी तरह से शहर की बसावट हो चुकी है। बस, शहरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैैं। कहा कि स्वच्छता गांधी जी की प्राथमिकता में थी। झूंसी क्षेत्र को नगर निगम में शामिल किए जाने से यहां नियमित रूप से साफ-सफाई हो सकेगी।
दुरुस्त की जाएं सड़कें : नीलम करवरिया
मेजा की विधायक नीलम करवरिया गुरुवार को लगभग आधा घंटा सदन में बोलीं। उन्होंने क्षेत्र की समस्याएं उठाईं। सबसे ज्यादा सड़कों की दुर्दशा पर बोलीं। कहा कि प्रयागराज-मीरजापुर मार्ग के चौड़ीकरण के दूसरे चरण का कार्य काफी धीमी रफ्तार से हो रहा है जिससे उनके क्षेत्र के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि उनके इलाके की कई सड़कें बेहद खराब हो चुकी हैैं। उन्हें दुरुस्त कराया जाए। यह भी कहा कि सफाई को लेकर बाजारों और कस्बों में सफाई कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की जाए। यह भी कहा कि पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।