नक्शा और निर्माण में अंतर मिला तो दोगुना भरना होगा शमन शुल्क Prayagraj News
जांच के दौरान यदि शमन के लिए प्राप्त मानचित्र और मौके पर किए गए अïवैध निर्माण में भिन्नता हुइ तो इसकी सीधी जिम्मेदारी उसके मालिक और नक्शा तैयार करने वाले की होगी।
प्रयागराज,जेएनएन। प्रयागराज विकास प्राधिकरण में मार्च के पहले सप्ताह में शमन योजना 2020 लागू होने की पूरी संभावना है। इसमें अवैध निर्माणों को वैध कराने के लिए लोगों को शमन मानचित्र दाखिल करना है। खास यह कि जिनके निर्माण वैध हो सकते हैैं, उन्हें अनिवार्य रूप से शमन मानचित्र दाखिल करना होगा। इसमें यह भी है कि दाखिल किया गया शमन मानचित्र भवन के विपरीत हुआ या उसमें अवैध निर्माण के किसी हिस्से को नहीं दर्शाया गया तो दोगुना शमन शुल्क भरना होगा। शमन मानचित्र बनाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
अवैध मकान को नियमित कराने के लिए दाखिल आवेदन पत्रों की होगी रैंडम जांच
शमन योजना लागू होने के बाद अवैध मकान को नियमित कराने के लिए पीडीए में दाखिल होने वाले आवेदन पत्रों की हर माह रेंडम जांच की जाएगी। आमतौर पर लोग भवन का नक्शा निजी आर्किटेक्ट, इंजीनियर या मानचित्रकार से तैयार कराते हैैं।
मानचित्र और निर्माण में अंतर पर मालिक और नक्शा तैयार करने वाले पर होगी कार्रवाई
जांच के दौरान यदि शमन के लिए प्राप्त मानचित्र और मौके पर किए गए अïवैध निर्माण में भिन्नता हुइ तो इसकी सीधी जिम्मेदारी उसके मालिक और नक्शा तैयार करने वाले की होगी। ऐसी गड़बड़ी होने पर आवेदन करने वाले से निर्धारित दर का दोगुना शमन शुल्क वसूला जाएगा और भवन का जो हिस्सा अशमनीय होगा, उसे पीडीए ध्वस्त भी कराएगा। यही नहीं, जानकारी को छिपाते हुए शमन मानचित्र तैयार करने वाले के खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई होगी।
शमन योजना को सरल करके लागू करने की है तैयारी
पीडीए उपाध्यक्ष टीके शीबू का कहना है कि शमन योजना को इसीलिए सरल करके लागू करने की तैयारी है ताकि अधिक से अधिक अवैध निर्माण वैध हो सकें। ऐसे में इसमें गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।