Mission Prerna: अब गुरुजी प्रतिदिन दो अभिभावकों को बुलाएंगे स्कूल, बच्चों के पढ़ाई पर उनसे करेंगे विमर्श
Mission Prerna ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही शिक्षकों को अपनी कक्षा के कम से कम पांच बच्चों से फोन पर बात करनी होगी। उनकी घर पर हो रही पढ़ाई की समीक्षा के साथ समस्याओं का भी समाधान करेंगे। विषय व पाठ के संदर्भ में तथ्यों को स्पष्ट करेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस का फैलाव तेजी से हो रहा है। इससे स्कूलों में पठन-पाठन फिर बाधित हो गया है। 30 अप्रैल तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। उधर मिशन प्रेरणा का तीसरा चरण भी शुरू हो चुका है। इसमें विद्यार्थियों तक पहुंच बनाने व उनमें समझ बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रत्येक शिक्षक प्रतिदिन अपनी कक्षा के कम से कम दो विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल बुलाएंगे। उनसे बच्चों की पढ़ाई के संदर्भ में चर्चा कर अभ्यास कार्य देंगे व पूर्व में दिए गए कार्यों को जांचेंगे। नया गृहकार्य भी देंगे।
शासन का लक्ष्य कि बच्चों की पढ़ाई न हो बाधित : बीएसए
बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि शासन का लक्ष्य है कि बच्चों की पढ़ाई किसी भी हाल में बाधित न हो। उनमें पुस्तकीय ज्ञान मिलने के साथ ही समझ भी बढ़े। इसके लिए कुछ प्रयोग शुरू हो रहे हैं। इसमें प्रत्येक कक्षा और विषय के लिए मासिक पंचांग के अनुसार शैक्षणिक सामग्री साझा की जाएगी। अभिभावकों के वाट्सएप पर भी शिक्षण सामग्री भेजी जाएगी।
पांच बच्चों से फोन पर बात करेंगे शिक्षक
ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही शिक्षकों को अपनी कक्षा के कम से कम पांच बच्चों से फोन पर बात करनी होगी। उनकी घर पर हो रही पढ़ाई की समीक्षा के साथ समस्याओं का भी समाधान करेंगे। विषय व पाठ के संदर्भ में तथ्यों को स्पष्ट करेंगे। अभिभावकों व शिक्षकों से किस विषय पर वार्ता करनी है, उसकी कार्ययोजना पूर्व में ही शिक्षक द्वारा डायरी में तिथि वार अंकित करने के भी निर्देश स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से जारी हुए हैं। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले शैक्षिक कार्यक्रमों को देखने के लिए भी अध्यापकों को प्रेरित करते रहना होगा।