साल भर में दुष्कर्म के दोगुने हुए केस, अधिकांश मामलों में नाबालिग रहीं पीडि़त Prayagraj News
पुलिस ने सभी 62 मुकदमे में विवेचना तो की लेकिन कई मामलों में अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि आरोपित फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। दिल्ली के निर्भया कांड के बाद कड़ी सजा के प्रावधान के बावजूद दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ती जा रही हैैं तो इसके पीछे पुलिस की ढिलाई ही है। प्रयागराज में पिछले साल की तुलना में 2019 में दुष्कर्म की घटनाएं तकरीबन दोगुनी हो गई हैैं। इनमें आधी से ज्यादा घटनाएं नाबालिगों के साथ दुष्कर्म यानी पॉक्सो एक्ट की है। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट का एक भी मामला खारिज नहीं किया है।
कई मामलों में अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी
पुलिस ने सभी 62 मुकदमे में विवेचना तो की लेकिन कई मामलों में अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि आरोपित फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपित फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। मऊआइमा में एक, हंडिया में सामूहिक दुष्कर्म के तीन मुकदमों, नवाबगंज में एक मुकदमे में अब तक आरोपित नहीं गिरफ्तार हुए। आधे से ज्यादा मामलों में आरोपित जमानत पर रिहा हुए हैैं।
फास्ट ट्रैक के जरिए होनी चाहिए फांसी
इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा साहिल के नेतृत्व में छात्रसंघ भवन पर उन्नाव की घटना के विरोध में पुतला दहन किया गया। हमजा, अजय सम्राट, अखिलेश सिंह, सुशील कुशवाहा, इमदाद अहमद आदि ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। सामजिक एकता परिषद की बैठक में ओमप्रकाश शुक्ल, अशोक यादव, श्री नारायण आदि ने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पूर्व पार्षद शिव सेवक सिंह ने भी हैदराबाद की तरह दोषियों को जल्द सजा पर जोर दिया। बैठक में सोहबतियाबाग व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश सरोज आदि मौजूद रहे।