खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री ने की धान खरीद की समीक्षा Prayagraj News
मंत्री ने खाद्यान्न आपूर्ति को लेकर अफसरों को कड़े निर्देश दिए। कहा कि ई-पॉश मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न का वितरण कराया जाए जहां भी मशीन गड़बड़ हों वहां उसे फौरन ठीक कराया जाए।
प्रयागराज,जेएनएन। प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह धुन्नी सिंह ने सोमवार को जिले में धान खरीद की समीक्षा की। सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक के दौरान ही मंत्री ने कई किसानों को फोन कराकर धान खरीद का सत्यापन भी किया।
लक्ष्य से अधिक धान की खरीद
मंत्री ने बताया कि जिले में धान खरीद का लक्ष्य 193000 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया था, जबकि जिले में 197708 मीट्रिक धान की खरीद हो चुकी है। बैठक में ही मंत्री ने खाद्यान्न आपूर्ति को लेकर अफसरों को कड़े निर्देश दिए। कहा कि ई-पॉश मशीनों के माध्यम से खाद्यान्न का वितरण कराया जाए, जहां भी मशीन गड़बड़ हों, वहां उसे फौरन ठीक कराया जाए। इसमें शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के बाद राइस मिल का मंत्री ने किया निरीक्षण
बैठक के बाद मंत्री ने नैनी स्थित एक राइस मिल का निरीक्षण भी किया। इस मिल को जितना धान कुटाई के लिए दिया गया था, उसका चावल मिल अब तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) को नहीं दे सकी थी, जिस पर मिल संचालक से अफसरों ने पूछताछ की। पता चला कि चावल रखा है, जल्द ही एफसीआइ को भेज दिया जाएगा। इस पर स्टॉक चेक किया गया। स्टॉक में चावल मौजूद होने पर मंत्री ने शीघ्र इसे एफसीआइ के गोदाम में भेजने के निर्देश दिए। बैठक में आरएफसी देवराज यादव, एडीएम आपूर्ति जितेंद्र कुशवाहा, डीएसओ दिलीप कुमार, आरएमओ दुर्गेश प्रसाद, डिप्टी आरएमओ विपिन कुमार समेत पीसीएफ, कर्मचारी कल्याण निगम और यूपी एग्रो के अफसर भी मौजूद थे। इनके अलावा एफसीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंगला और जिले भर के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी व विपणन निरीक्षक उपस्थित रहे।
गो माता मंत्रालय बनवाने को स्वामी आनंद गिरि ने शुरू की मुहिम
गंगा मंत्रालय की तर्ज पर गो माता मंत्रालय बनाए जाने के लिए योग गुरु स्वामी आनंद गिरि ने मुहिम छेड़ दी है। उन्होंने सोमवार को नई दिल्ली में राज्य सभा सदस्य आरके सिन्हा से उनके आवास पर मुलाकात कर मंत्रालय के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। दावा करते हुए कहा कि गोमूत्र से कोरोना वायरस तक से निजात मिल सकती है। इसलिए मंत्रालय बनाया जाए तो गाय का बेहद लाभ इस देश को मिलेगा। स्वामी आनंद गिरि ने बताया कि भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए गो माता मंत्रालय आवश्यक है। जिससे गो माता की रक्षा हो सके, खेत में किसानों की मेहनत की उन्हें उचित कीमत मिले। किसान स्वाभिमान से अपने परिवार का लालन पालन करेगा। स्वामी आनंद गिरि ने कहा कि हम सब आम आदमी का कर्तव्य है कि अपने जनप्रतिनिधियों से देश हित में कार्य करवा सकें। इससे लोग सहमत हों तो गो माता मंत्रालय बनवाने में चलाए जा रहे अभियान में सहयोग करें।