प्रतापगढ़ में वाट्सएप ग्रुप से छात्रों और अभिभावकों को संचारी रोग नियंत्रण के बता रहे तरीके
संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनके त्वरित उपचार के लिए अभियान का तीसरा चरण एक अक्टूबर से चलाया जा रहा है। इसमें साफ-सफाई कचरा निस्तारण जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेय जल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
प्रतापगढ़,जेएनएन। जिले के माध्यमिक स्कूलों के बच्चों व अभिभावकों को वाट्सएप ग्रुप के जरिए संचारी रोगों के नियंत्रण के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए अक्टूबर माह में अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही ऑनलाइन चित्रकला, पोस्टर, लोकगीत गायन, अंत्याक्षरी आदि प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। इस प्रतियोगिता में कक्षा छह से 12 तक के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर सकेंगे। डीआइओएस ने कार्ययोजना बनाकर स्कूलों के प्रधानाचार्यों के पास भेजा था।
अभिभावकों-शिक्षकों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया
संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनके त्वरित उपचार के लिए अभियान का तीसरा चरण एक अक्टूबर से चलाया जा रहा है। इसमें साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेय जल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जन सामान्य तक सभी जानकारियों को पहुंचाने को अभिभावकों-शिक्षकों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इसके माध्यम से दिमागी बुखार एवं अन्य संचारी रोगों से बचाव, रोकथाम एवं उपचार की जानकारी दी जा रही है। इसमें सुरक्षित पीने का पानी, शौचालय का प्रयोग करने, खुले में शौच के नुकसान आदि के बारे में बताया जा रहा है। इस दौरान लोगों को बताया जा रहा है कि दिमागी बुखार के कारण क्या हैं, बुखार होने पर क्या करें, क्या न करें। व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा क्लोरिनेशन डेमा, पेयजल को उबालना, साबुन से हाथ धोना, शौचालय का प्रयोग करने आदि के विषय में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी। इसमें आनलाइन चित्रकला, पोस्टर प्रतियोगिता, अंत्याक्षरी प्रतियोगिता, लोकगीत गायन, जलजनित रोग से बचाव एवं उपचार की संगोष्ठी, क्विज प्रतियोगिता भी होगी।
बच्चों की ऑनलाइन प्रतियोगिता कराई जाएगी
डीआइओएस सर्वदानंद ने बताया कि जिले के सभी बोर्डों के माध्यमिक स्कूलों के माध्यम से संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक अक्टूबर से चलाया जा रहा है। इसमें बच्चों की आनलाइन प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। इसके साथ ही व्हाट्सएपग्रुप के माध्यम से बच्चों व उनके अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है।