प्रयागराज में दो बच्चों समेत गर्भवती महिला को जिंदा जलाया, पति फरार, ससुर गिरफ्तार
मायके वालों ने पति और ससुर के खिलाफ दहेज के लिए बच्चों सहित ऊषा को जलाकर मार डालने का मुकदमा दर्ज कराया है।
प्रयागराज, जेएनएन। करछना थाना क्षेत्र के तरौल (कपूर का पूरा) गांव में गनेश पटेल के घर में गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे धुआं उठता देख आस पड़ोस के लोग पहुंचे तो मंजर देख रूप कांप गई। गनेश की पत्नी ऊषा देवी (27) आंगन में आग की लपटों में घिरी थी। आग बुझाने तक मौत हो चुकी थी। बगल के कमरे में बड़े बक्से में उसके दो मासूम बच्चे अमन (3) और प्रियंका (2) के शव जले हुए पड़े थे। उसमें रजाई गद्दा भी भरा था। ऊषा गर्भवती थी। मायके वालों ने पति और ससुर के खिलाफ दहेज के लिए बच्चों सहित ऊषा को जलाकर मार डालने का मुकदमा दर्ज कराया है।
करछना थाना क्षेत्र के कौवा गांव निवासी गिरधारी लाल पटेल ने अपनी बेटी ऊषा की शादी 2012 में गनेश पटेल उर्फ झांपी पुत्र निर्भय लाल पटेल उर्फ मुखिया निवासी कपूर का पूरा के साथ की थी। आरोप है कि शादी के कुछ वक्त बाद से पति-पत्नी में विवाद होने लगा था। गुरुवार सुबह दोनों बच्चों सहित ऊषा की आग से जलने से मौत की खबर पाकर पहुंचे मायके वालों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप है पति और ससुर ने दहेज के लिए तीनों को जलाकर मार डाला। मृतका के भाई अजीत की तहरीर पर करछना थाने में पति और ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार घटना के वक्त पति और ससुर खेत में काम करने गए थे। ससुर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि पति फरार है।
मायके वालों का आरोप है पति बाइक और एक लाख रुपये की मांग कर रहा था। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में बुधवार की रात में मारपीट हुई थी। गुरुवार सुबह सात बजे भी दोनों में झगड़ा हुआ था। पुलिस का मानना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि मामला हत्या का है या आत्महत्या का। फिलहाल एसएसपी अतुल शर्मा का कहना है कि पति की पिटाई से आजिज आकर ऊषा ने पहले दोनों बच्चों को जिंदा जलाया, फिर तेल छिड़ककर आग लगाकर खुद भी आत्महत्या कर ली। हालांकि ऊषा के शरीर पर चोट के निशान मिलने से हत्या के बाद जलाने की बात भी कही जा रही है।