Mahant Narendra Giri की षोडशी और बलवीर के पट्टाभिषेक पर प्रयागराज में जुटेंगे कई संत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नरेंद्र गिरि के आत्मीय रिश्ते थे। नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वह 21 सितंबर को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी भी आए थे। इसलिए ऐसी उम्मीद है कि थोड़ी ही देर के लिए सही मुख्यमंत्री उनकी षोडशी में भी शामिल हो सकते हैं
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी (मृत्यु उपरांत 16वें दिन के कर्मकांड) में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे संत- महात्माओं का प्रयागराज में जमावड़ा होगा। श्रीनिरंजनी अखाड़ा की तरफ से विशिष्टजनों से संपर्क कर उन्हें निमंत्रण देने का क्रम शुरू कर दिया है। पांच अक्टूबर को षोडशी के साथ बलवीर गिरि का श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के महंत के रूप में पट्टाभिषेक भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के भी शामिल होने की उम्मीद
इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आ सकते हैैं। उन्हें एक-दो दिन में निमंत्रण देने की बात कही जा रही है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय राज्य मंत्री व निरंजनी अखाड़ा की महामंडलेश्वर साध्वी निरंजन ज्योति, सांसद व महामंडलेश्वर साक्षी महाराज, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कानून मंत्री बृजेश पाठक सहित कई मंत्री, सांसद, विधायकों के आने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नरेंद्र गिरि के आत्मीय रिश्ते थे। नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वह 21 सितंबर को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी भी आए थे। इसलिए ऐसी उम्मीद है कि थोड़ी ही देर के लिए सही, मुख्यमंत्री उनकी षोडशी में भी शामिल हो सकते हैं। संतों की बात करें तो श्रीनिरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि, आनंद अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि सहित 13 अखाड़ों के पदाधिकारी और प्रमुख महामंडलेश्वरों सहित लगभग छह-सात हजार महात्माओं को आमंत्रित किया जाएगा।
परंपरा और गरिमा का रखा जाएगा ख्याल
श्रीनिरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी के अनुसार षोडशी व पट्टाभिषेक का कार्यक्रम गरिमा व परंपरा के अनुरूप किया जाएगा। हरिद्वार, नासिक, उज्जैन, दिल्ली, कोलकाता सहित देशभर के प्रमुख महात्मा शामिल होंगे। हम उसी के अनुरूप सारी तैयारी कर रहे हैैं। कार्यक्रम श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में ही होगा। विभिन्न अखाड़ों से जुड़े संत महात्मा अपनी -अपनी सुविधा के अनुसार ठहरेंगे। ज्यादातर अखाड़ों के आश्रम प्रयागराज में भी हैैं।