कुंभ में कई जगह हुई भगदड़, दर्जनों श्रद्घालु हुए चोटिल
कुंभ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर अपेक्षा से अधिक भीड़ रही। उसी में वीआइपी मूवमेंट भी अधिक रहा। इससे कई जगह मेला में भगदड़ हुई और दर्जनों लोग जख्मी हुए।
प्रयागराज : महाशिवरात्रि पर कुंभ मेले में कई जगह भगदड़ हुई। इससे दर्जनों श्रद्धालु चोटिल हो गए। आनन-फानन में बैरीकेडिंग तोड़कर और रूट डायवर्ट कर स्थिति को संभाला गया। वीआइपी मूवमेंट के चलते भी कई स्थानों पर भगदड़ की नौबत आई। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह व्यवस्था में सुधार कर क्राउड मैनेजमेंट को बेहतर बनाया।
अनुमान से अधिक श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर अनुमान से अधिक श्रद्धालुओं का रेला अचानक संगम की तरफ कूच करने लगा। सभी मार्गों पर आने और जाने वालों की भीड़ एकाएक बढ़ गई। तभी सेक्टर 17 में एरावत द्वार के पास एक श्रद्धालु सड़क पर गिर पड़ा। इससे भगदड़ मच गई।कई महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे चोटिल हो गए। इसके कुछ देर बाद करीब साढ़े नौ बजे त्रिवेणी रोड पर बांध के ऊपर भीड़ के दबाव में पूरा रास्ता चोक हो गया। संगम की तरफ जाने और उधर से लौटने के लिए श्रद्धालुओं को रास्ता नहीं मिल रहा था। तभी श्रद्धालुओं का एक जत्था मंदिर की तरफ भीड़ के बीच से निकलना चाहा तो भगदड़ हो गई।
स्नानार्थी इधर-उधर भागने लगे
अफरा-तफरी मचते ही स्नानार्थी इधर-उधर भागने लगे तो गिरकर चोटिल हो गए। खबर मिलते ही एडीजी एसएन साबत, डीआइजी कुंभ केपी सिंह और कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद मौके पर पहुंचे। संगम पुलिस चौकी के सामने लगाई गई बैरीकेडिंग तोड़कर रास्ता बनाया गया। दारागंज की तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ डायवर्ट हुई तो त्रिवेणी मार्ग पर स्थिति सामान्य हुई। दोपहर बाद कुंभ मेले में कुछ वीआइपी और पुलिस वालों की गाडिय़ां भीड़ में घुस गईं, जिससे बड़े हनुमान मंदिर के पास भी भगदड़ की नौबत आ गई।
हालात बिगड़े तो मंदिर का गेट बंद कराया गया
हालात बिगड़ते देख हनुमान मंदिर का गेट तुरंत बंद करवा दिया गया। कुछ अधिकारियों का यह भी कहना था कि शाही स्नान समाप्त होने के बाद भी अखाड़ा और प्रशासनिक मार्ग पर श्रद्धालुओं को नहीं जाने दिया गया, जिससे क्राउड मैनेजमेंट कमजोर हुआ।
कीचड़ में फिसलकर गिरे कई श्रद्धालु
बरसात के कारण अक्षयवट मार्ग पर जगदीश रैंप के पास पानी भर गया था। सोमवार दोपहर तक पानी तो सूख गया, लेकिन वहां कीचड़ हो गया। कीचड़ में फिसलकर कई श्रद्धालु चोटहिल हो गए। इसके बाद पुलिस अधिकारी लगातार माइक से स्नानार्थियों को संभलकर चलने की हिदायत देते रहे।