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प्रयागराज मंडल के कई महाविद्यालयों पर संकट के बादल, जल्द लटकेगा ताला Prayagraj News

नोटिस में कहा गया है कि जिन संस्थान में छात्र-छात्राओं की संख्या कम हो रही है या शासन निर्देशित मानकों का अनुपालन नहीं कर पा रहे हैं ऐसे महाविद्यालय बंद करने को आवेदन कर सकते हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 12:18 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 06:39 PM (IST)
प्रयागराज मंडल के कई महाविद्यालयों पर संकट के बादल, जल्द लटकेगा ताला Prayagraj News
प्रयागराज मंडल के कई महाविद्यालयों पर संकट के बादल, जल्द लटकेगा ताला Prayagraj News

प्रयागराज, [गुरुदीप त्रिपाठी]। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध मंडल के कई महाविद्यालयों पर जल्द ही ताला लटकेगा। इसका कारण इन महाविद्यालयों में लगातार छात्र-छात्राओं की संख्या नगण्य होना है। ऐसे में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने नोटिस जारी कर ऐसे महाविद्यालयों को खुद ही बंद करने के लिए आवेदन करने को कह दिया है।

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कई महाविद्यालयों में लगातार कम हो रही है विद्यार्थियों की संख्या

प्रयागराज मंडल में प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर और प्रतापगढ़ जनपद में राज्य विवि से संबद्ध कुल 624 महाविद्यालय हैं। इनमें कई महाविद्यालय ऐसे हैं, जिनमें छात्र-छात्राओं की संख्या काफी कम है। यह संख्या लगातार कम होती जा रही है। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने मंडल के सभी स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के प्राचार्य और प्रबंधक को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि जिन संस्थान में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या न्यून से न्यूनतम होती जा रही है अथवा शासन की ओर से निर्देशित मानकों के अनुपालन में असमर्थ हो रहे हों तो महाविद्यालय बंद करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद कुलपति कार्यालय से मान्यता खत्म करने की मंजूरी दी जाएगी। मंजूरी मिलने के साथ इन कॉलेजों की मान्यता समाप्त हो जाएगी।

प्रयागराज के एक महाविद्यालय में लटका ताला

राज्य विवि की उप कुलसचिव दीप्ति मिश्रा ने बताया कि महाविद्यालय बंद करने के लिए आवेदन आने लगे हैं। अभी जारी स्थित सड़वा खुर्द के डॉ. सविता अग्रवाल महिला महाविद्यालय ने आवेदन किया है। इस महाविद्यालय की मान्यता खत्म करने को कुलपति ने मंजूरी दे दी है। महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. बीबी अग्रवाल ने बताया कि संस्थान में केवल बीए की मान्यता थी। साथ ही छात्राओं की संख्या भी काफी कम थी। ऐसे में महाविद्यालय बंद करने के लिए आवेदन किया और मंजूरी मिल गई।

राज्य विश्वविद्यालय की कुलपति ने कहा

इस संबंध में प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव का कहना है कि कई महाविद्यालय छात्र-छात्राओं का रोना रो रहे थे। ऐसे में नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में स्पष्ट कर दिया गया है कि मंडल के जो भी महाविद्यालय संस्थान चलाने में सक्षम नहीं हैं, वह आवेदन कर दें। उनकी मान्यता खत्म कर दी जाएगी।


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