Ramadan 2021: प्रयागराज में बहुत से बच्चों ने भी रखा रोजा और की कोरोना महामारी के खात्मे की दुआ
कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल मार्च से स्कूल बंद हैं। ऐसे में बच्चों ने बड़ों के साथ रोजा रखने का मन बनाया। रानीमंडी चकय्या नीम के पास रहने वाले जैगम अब्बास की 11 वर्षीया पुत्री जरनाब जहरा और आठ वर्षीया जुनूर जहरा ने रोजा रखना शुरू किया।
प्रयागराज, जेएनएन। इस बार बड़ी संख्या में बच्चों ने भी माहे मुबारक रमजान में रोजा रखा है। ये उनका पहला रोजा है। रोजा रखकर ये बच्चे खुदा से कोरोना के खात्मे की दुआ कर रहे हैं। परवरदिगार से दुआ कर रहे हैं कि पीड़ित लोगों को जल्द राहत दें और पूरी दुनिया में अमन-चैन कायम हो सके। बच्चों के साथ बड़ों ने भी देश और दुनिया में शांति तथा महामारी से मुक्ति की कामना की। सबका कहना है कि कोरोना जल्द से जल्द खत्म हो।
पहली बार रखा रोजा और पांच वक्त की अदा की नमाज
कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल मार्च से ही सभी स्कूल बंद हैं। ऐसे में बच्चों ने बड़ों के साथ इस बार रोजा रखने का मन बनाया। रानीमंडी चकय्या नीम के पास रहने वाले जैगम अब्बास की 11 वर्षीया पुत्री जरनाब जहरा और आठ वर्षीया जुनूर जहरा ने रोजा रखना शुरू किया। इसके साथ ही पांच वक्त की नमाज के साथ ही कुरआन पाक की तिलावत भी बराबर कर रही हैं। इसी प्रकार करेली के लेबर चौराहा के पास रहने वाले केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के चाचा इतरत नकवी के दस वर्षीया पोते मो. अब्बास नकवी, नाती नौ वर्षीय हसन जहीर और 11 वर्षीय कायम हसन भी रोजा रख रहे हैं। रोजा रखने के साथ ही नमाज और तरावीह भी अदा करते हैं। ये सभी अल्लाह से दुआ मांगते हैं कि दुनिया को इस महामारी से निजात दिलाएं। इन सभी का कहना है कि ये उनका पहला रोजा है और कोरोना महामारी से जल्द से जल्द पूरी दुनिया मुक्त हो, इसकी की दुआ वह परवरदीगार से करते हैं।