Lockdown-3.0 : फंस गई है 'दशहरी' और 'तोतापरी' की खेप, सिमटा आम का कारोबार Prayagraj News
इस वर्ष आम पर भी कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा है। लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रांतों से न आने के कारण बाजार में तोतापरी और दशहरी आम ढूंढ़े नहीं मिल रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। गर्मी आ गई है, मई का महीना शुरू है। ऐसे में अगर फलों के राजा यानी आम की बात न हो, कुछ अधूरा सा लगता है। जी हां गर्मी के मौसम में नाम लेने मात्र से ही आम की खुशबू जेहन में उतर आती है। पिछले वर्ष तक यह हाल रहता था कि फल मंडी समेत शहर के सभी मोहल्लों में ठेले पर आम की कई किस्मों की खुशबू गमकती थी। इस बार कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन है। ऐसे में आम की आवक कम है। यानी दूसरे शब्दों में यह कह सकते हैं कि कोरोना वायरस ने आम के कारोबार पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
आम पर भी कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा
इस वर्ष आम पर भी कोरोना वायरस का साया मंडरा रहा है। लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रांतों से न आने के कारण बाजार में तोतापरी और दशहरी आम ढूंढ़े नहीं मिल रहे हैं। बैगन फली और गुलाब खास आमों की भी आवक बहुत कम है। तोतापरी तो गायब, दशहरी दिखाई भी दिए तो दाम आसमान छू रहे हैं। आयातित (वाशिंगटन) सेब भी नहीं आ रहा है।
विशेष बातें जो आपके जानने योग्य हैं
- 02-03 ट्रक तक ही हो गया है सीमित
- 10 ट्रक औसतन आते थे फल
- 100 टन फलों की होती थी रोजाना बिक्री
- 25-30 टन तक सिमट गया रोजाना का कारोबार
- 160 रुपये किलो है दशहरी और गुलाब खास आमों की फुटकर कीमत।
केला नहीं मंगाएंगे व्यापारी
मुंडेरा मंडी में सब्जी के साथ फल की बिक्री भी रात में की गई है। फल दूसरे प्रांतों से आते है। लिहाजा, ट्रकों के आने में विलंब होने से मंडी में उसे प्रवेश नहीं मिलता है। समय से माल न उतरने पर खराब हो जाते हैं। इसलिए व्यापारियों ने अब केला न मंगाने का निर्णय लिया है।
आम इन राज्यों से आते हैं
कर्नाटक से तोतापरी
आंध्र प्रदेश से दशहरी
मद्रास से गुलाब खास और बैगन फली
अन्य फल इन स्थानों से आते हैं
नासिक से अंगूर
भुसावल से केला
पुणे और नागपुर से अनार
मुजफ्फरपुर और कोलकाता से लीची
हिमाचल प्रदेश और कश्मीर से सेब
फलों के फुटकर और थोक रेट (रुपये में प्रति किलो)
अनार 80 100-120
केला 30 50
अंगूर 40-45 80
सेब 90-100 120-140
माल्टा 100-110 160
नोट : केला का रेट दर्जन में
फल सब्जी व्यापार मंडल के महामंत्री ने कुछ यूं कहा
फल सब्जी व्यापार मंडल के महामंत्री बच्चा यादव कहते हैं कि फुटकर दुकानें पर्याप्त न लगने से फलों की थोक बिक्री में करीब 60 फीसद तक गिरावट हुई है। तोतापरी और दशहरी आम नहीं आ रहे हैं। महीने के अंत तक स्थानीय दशहरी आने लगेगी।