Manav Sampada Portal: शिक्षक व कर्मचारी ध्यान दें, पोर्टल पर सेवा विवरण इस तिथि तक अवश्य अपलोड करा दें
Manav Sampada Portal मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों कर्मचारियों व शिक्षकों को अपना विवरण अपलोड करने का निर्देश विभाग की तरफ से कई बार दिया गया। यहां तक कि कार्रवाई की चेतावनी दी गई लेकिन कई कर्मचारियों शिक्षकों व अधिकारियों का विवरण अपलोड नहीं हुआ है।
प्रयागराज, जेएनएन। सभी कार्यालय, विद्यालय में नियुक्त शिक्षक व कर्मचारी ध्यान दें। वे अपना सेवा विवरण अनिवार्य रूप से मानव संपदा पोर्टल पर खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से 10 नवंबर तक अनिवार्य रूप से अपलोड करा दें। ऐसा विभाग की तरफ से कहा गया है। पूर्व में अपलोड करने की आखिरी तारीख 10 अक्टूबर तय की गई थी।
मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों व शिक्षकों को अपना विवरण अपलोड करने का निर्देश विभाग की तरफ से कई बार दिया गया। यहां तक कि कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई लेकिन अब भी तमाम कर्मचारियों, शिक्षकों व अधिकारियों का विवरण अपलोड नहीं हो सका है। इसके लिए आखिरी तारीख दस अक्टूबर तय की गई थी। अब विभाग की तरफ से कहा गया है कि सभी कार्यालय, विद्यालय में नियुक्त शिक्षक व कर्मचारियों को अपना सेवा विवरण अनिवार्य रूप से मानव संपदा पोर्टल पर खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से दस नवंबर तक अनिवार्य रूप से अपलोड करा दें।
43404 शिक्षक व कर्मचारियों ने अभिलेख अपलोड नहीं किए
शिक्षा निदेशक बेसिक की तरफ से जारी पत्र में बताया गया है कि लगभग 43404 शिक्षक व कर्मचारियों ने मानव संपदा पोर्टल पर अपने अभिलेख अपलोड नहीं किए हैं। हालांकि संबंधित शिक्षकों व कर्मचारियों को एक और मौका दिया जा रहा है। इसके बाद सभी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह भी बताया गया है कि यदि शिक्षक व कर्मचारी सेवा विवरण व सेवा पुस्तिका वेरीफिकेशन नहीं कराएंगे तो वेतन भुगतान सहित अन्य लाभ बाधित हो जाएंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी संंबंधित शिक्षक व कर्मचारी की स्वयं की होगी। इस मामले में खंड शिक्षाधिकारियों को भी सक्रिय रूप से निगरानी को कहा गया है।
जीपीएफ को कंप्यूटरीकृत करने का निर्देश
परिषदयी विद्यालयों के सभी शिक्षकों व कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) का विवरण कंप्यूटरीकृत करने का निर्देश वित्त नियंत्रक बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की तरफ से जारी कर दिया गया है। अब तक यह कार्य मैन्युअल किया जा रहा था। इस संबंध में शिक्षक संगठनों व कर्मचारी संगठनों की तरफ पूर्व में मांग की गई थी। इसे संज्ञान में लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।