Murder Case Prayagraj: सबके सामने थप्पड़ जड़ा था इसलिए चाकू से गला रेतकर मार डाला ब्यूटीशियन को
छैलू गांव मे रहकर खेती करता है। कुसुम भी गांव में ब्यूटी पार्लर चलाती थी। करीब चार माह पहले छैलू ने हैंड पंप पर पानी भरने आई कुसुम का हाथ पकड़ लिया था। उसकी इस हरकत पर नाराज होकर कुसुम ने उसे कई थप्पड़ जड़ दिए थे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। जनपद के यमुनापार इलाके में खीरी थाना क्षेत्र के चैनपुरवा लालतारा गांव निवासी कुसुम देवी की हत्या थप्पड़ मारने के कारण हुई थी। वारदात को अंजाम महिला के पड़ोसी अमरजीत उर्फ छैलू ने दिया था। खीरी पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड का पर्दाफाश किया।
अपमानित होने पर कत्ल की ठान ली थी
बुधवार शाम पुलिस लाइन सभागार में आरोपित को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि छैलू गांव मे रहकर खेती करता है। कुसुम भी गांव में ब्यूटी पार्लर चलाती थी। करीब चार माह पहले छैलू ने हैंड पंप पर पानी भरने आई कुसुम का हाथ पकड़ लिया था। उसकी इस हरकत पर नाराज होकर कुसुम ने उसे कई थप्पड़ जड़ दिए थे। सबके सामने थप्पड़ मारने का यह वाकया छैलू को इस कदर चुभा कि उसने कुसुम को मार डालने की ठान ली। इस घटना के बाद वह कुसुम को जान से मारने के लिए मौका तलाशता रहा। कुछ दिन पहले कुसुम का पति रमेश सिंह चौहान चेन्नई में नौकरी करने चला गया। उसका श्वसुर भी खेत में रोपाई करने के लिए गया था। उस रात कुसुम घर के बाहर टीन शेड के नीचे छह साल के बेटे के साथ सो रही थी। रात में छैलू ने आकर कुसुम के गले में एक के बाद तीन वार किए। खून का फव्वारा छूटा और कुसुम के चीखने पर उसका बच्चा जग गया तो छैलू वहां से भाग निकला था।
नामजद हुए थे दूसरे लोग, जांच में सच आया सामने
हालांकि हत्या की घटना में कुसुम की सास ने विशाल और आलोक शर्मा के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। मगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार मौर्या ने गहराई से तफ्तीश करते हुए घटना का सही अनावरण किया। एसपी का कहना है कि नामजद अभियुक्तों का नाम विवेचना के दौरान हटा दिया जाएगा। पुलिस को जांच में पता चला कि छैलू ने कुसुम की हत्या करने के लिए ही राजकुमार की दुकान से 10 रुपये का चाकू खरीदा था।
जून में हुई थी छैलू की शादी
जून में ही छैलू की शादी हुई थी। हत्या का प्लान उसने तब तैयार किया, जब उसकी पत्नी मायके गई थी। पूछताछ में अभियुक्त ने पुलिस को हत्या की वजह बताते हुए अपना जुर्म स्वीकार किया है।