प्रवासियों के आते ही प्रतापगढ़ में गांव-गांव 'महाभारत' Prayagraj News
ज्यादातर झगड़ा आबादी की जमीन अथवा घूर को लेकर हो रहा है। विरोधियों ने इसलिए कब्जा लिया था क्योंकि उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं था। विपक्षी मुंबई गुजरात में रहते थे।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में महानगरों से लौटे प्रवासियों की इन दिनों यहां कहीं अपने पड़ोसियों तो कहीं अपने ही रक्त संबंधियों से जमकर मारपीट हो रही है। गांव-गांव महाभारत के मूल में है भूमि संबंधी विवाद अथवा पुरानी रंजिश। यह घटनाएं पुलिस व प्रशासन के लिए नई चुनौती बन चली हैैं। अब तक एक महिला की जान जा चुकी है, जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोग लहूलुहान हो चुके हैं। ज्यादातर झगड़ा आबादी की जमीन अथवा घूर को लेकर हो रहा है। विरोधियों ने इसलिए कब्जा लिया था, क्योंकि उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं था। विपक्षी मुंबई, गुजरात में रहते थे। अब जब प्रवासी अपने हिस्से की जमीन पर कब्जा चाह रहे हैं तो लाठी-डंडे और गोली चलने की नौबत आ जा रही है।
एसपी ने थानेदारों को दिया है निर्देश
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह स्वीकार करते हैैं कि प्रवासियों के घर लौटने पर जमीन पर कब्जे और पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट की घटनाएं बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि डायल 112 पर मारपीट की सूचना मिलते ही पीआरवी लेकर खुद मौके पर जाएं।
केस-1
कंधई थाना क्षेत्र के भुसुंडी में 21 मई की शाम जमकर लाठी डंडे चले। मुंबई में टैक्सी चलाने वाला गांव के संतराम वर्मा का बेटा अजीत 30 अप्रैल को लौटा था। पड़ोस के गांव नारायणपुर निवासी रामअचल यादव से कूड़े के गड्ढ़े (घूर) को लेकर संत राम आदि का विवाद हुआ। मारपीट में रामअचल की भयाहू शारदा देवी पत्नी धनीराम घायल हो गई। इलाज के दौरान उसने एसआरएन हास्पिटल में दम तोड़ दिया। आरोपित संतराम, आकाश अजय अब जेल में हैैं।
केस-2
बाघराय थाना क्षेत्र के देवरपट्टी गांव निवासी उमाशंकर यादव मुंबई में रहते हैं। वह भी पत्नी बच्चों के साथ घर आए हैं। 22 मई को जमीन के बंटवारे को लेकर उनका बड़े भाई राम खेलावन से विवाद हो गया। आरोप है कि रामखेलावन आदि ने उमाशंकर, उसकी पत्नी अल्पना पर लाठी-राड से हमला कर दिया, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को सीएचसी में भर्ती कराना पड़ा। घायलों ने हमलावरों के खिलाफ तहरीर दी है।
केस-3
रानीगंज थाना क्षेत्र के खाखापुर गांव निवासी अशोक यादव और विनोद यादव मुंबई में रहकर टैक्सी चलाते हैैं। विनोद छह मई को घर आया जबकि अशोक 11 मई को। विनोद और अशोक में जमीन को लेकर रंजिश चली आ रही है। 23 मई को दोनों में जमकर मारपीट हुई। दोनों पक्ष ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है।
प्रयागराज में भी हो गया तीन सगे भाइयों का कत्ल
जमीन संबंधी विवाद में मारपीट, कत्ल सिर्फ प्रतापगढ़ तक सीमित नहीं है। प्रयागराज के कोरांव थाना अंतर्गत निश्चिंतपुर गांव में 20 मई को तीन सगे भाइयों की हत्या कर दी गई। गांव के ब्रह्मदीन सिंह यादव का पड़ोसी शिवनारायण सिंह यादव से करीब 40 साल से भूमि विवाद चल रहा है। छह साल पहले शिवनारायण कुनबे के मुलायम सिंह यादव की हत्या कर दी गई थी। ब्रह्मदीन और उनके तीन पुत्र व दामाद इसी मामले में जेल में हैं। ब्रह्मदीन के चार अन्य बेटे मुंबई में ऑटो चलाते थे। वह लाकडाउन के चलते घर लौटे थे। घटना वाले दिन चारों भाई धान की बेहन डालने के लिए ट्रैक्टर सेे खेत की जोताई कर रहे थे तभी विरोधी टूट पड़े। इसमें इंद्रबहादुर (48) रवींद्र बहादुर (42) और रामजी (35) को जान गंवाना पड़ा।