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माघ ​​​​मेला के शिविरों में गंगा का पानी भरने की समस्या अब होगी दूर, जानिए क्या हुआ उपाय

साधु-संतों और कल्पवासियों के शिविरों में पानी भरने की समस्या उठने पर कानपुर बैराज से लगातार पानी डिस्चार्ज कम किया जा रहा है। दो दिनों में सात हजार क्यूसेक के आसपास पानी का डिस्चार्ज कम किया गया है जिसके बाद अब गंगा में कटान की समस्या दूर होगी

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 11:45 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 11:45 AM (IST)
माघ ​​​​मेला के शिविरों में गंगा का पानी भरने की समस्या अब होगी दूर, जानिए क्या हुआ उपाय
शिविरों में पानी भरने की समस्या उठने पर कानपुर बैराज से लगातार पानी डिस्चार्ज कम किया जा रहा है

प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला क्षेत्र में गंगा का जलस्तर अब नहीं बढ़ेगा। साधु-संतों और कल्पवासियों के शिविरों में पानी भरने की समस्या उठने पर कानपुर बैराज से लगातार पानी डिस्चार्ज कम किया जा रहा है। दो दिनों में सात हजार क्यूसेक के आसपास पानी का डिस्चार्ज कम किया गया है जबकि दस दिन पहले कानपुर बैराज से 23 हजार के आसपास पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा था लेकिन दो दिनों से 16 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया जाने लगा है। तीन चार दिनों में यह डिस्चार्ज 12 हजार क्यूसेक के आसपास आ जाएगा।

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गंगा की कटान से जल भराव होने पर लिखा था माघ मेला प्रशासन ने पत्र

कानपुर बैराज से जलस्तर कम करने के लिए जिला प्रशासन के साथ माघ मेला प्रशासन लगातार पत्र लिख रहा है। पिछले दिनों जलस्तर बढ़ने से कई शिविर में पानी भर गया था जिससे मेला क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई थी। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई विभाग की ओर से शासन को भी इसके लिए पत्र लिखा गया उसके बाद से लगभग सात हजार क्यूसेक के आसपास पानी डिस्चार्ज में कमी आई।

नियमित डिस्चार्ज से आठ हजार अधिक हो रहा

सिंचाई विभाग के अनुसार जनवरी में कानपुर बैराज से लगभग आठ हजार क्यूसेक के आसपास पानी का डिस्चार्ज किया जाता है। लेकिन इस समय 16 हजार क्यूसेक के आसपास पानी छोड़ा जा रहा है। पानी का डिस्चार्ज अधिक होने से कटान तेजी से हो रही है। कम डिस्चार्ज होने पर गंगा में कटान नहीं होगा को शिविरों में पानी भरने की समस्या दूर होगी। मौनी अमावस्या से पहले इस समस्या को दूर करने की पूरी कोशिश की जा रही है।


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