Move to Jagran APP

Magh Mela-2020 : इंग्लैंड की कंपनी अर्नस्ट एंड यंग के हाथ में होगा मेले का कुशल प्रबंधन Prayagraj News

माघ मेला में इंग्लैैंड की कंपनी ई एंड वाई का प्रबंधन दिखेगा। मेला प्रशासन ने ई एंड वाई कंपनी को कंल्सटेंट बनाया है। मेले के ब्लू प्रिंट से लेकर लेआउट पर कंपनी ध्‍यान दे रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 01:47 PM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 08:00 PM (IST)
Magh Mela-2020 : इंग्लैंड की कंपनी अर्नस्ट एंड यंग के हाथ में होगा मेले का कुशल प्रबंधन Prayagraj News
Magh Mela-2020 : इंग्लैंड की कंपनी अर्नस्ट एंड यंग के हाथ में होगा मेले का कुशल प्रबंधन Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। जीवनदायिनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर आयोजित होने वाले माघ मेले का इस बार विदेशी कंपनी आयोजन कराएगी। इंग्लैैंड की अर्नस्ट एंड यंग (ई एंड वाई) कंपनी को इसके लिए हायर किया गया है। कंपनी के पांच अधिकारी यहां मेले की तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटे हैैं। कंपनी के अफसरों को ही टेंडर से लेकर मेले का ब्लू प्रिंट और लेआउट तक तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यही नहीं मेले से संबंधित हर कार्य पर कंपनी की नजर होगी।

loksabha election banner

पहली बार माघ मेले में किसी कंपनी को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पहली माघ मेले में किसी कंपनी को कंसल्टेंट नियुक्त किया है। प्राधिकरण प्रशासन का दावा है कि जिस इंग्लैैंड की कंपनी को कंल्सटेंसी दी गई है, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर की है। कंपनी के यंग प्रोफेशनल्स भी विज्ञान और तकनीक में दक्ष हैैं। उन्हें बाजार से लेकर प्रबंधन और व्यवस्था का बेहतर ज्ञान है। इसीलिए कंपनी की मदद ली जा रही है। कंपनी ने यहां पर अखिलेश पांडेय को प्रोजेक्ट डायरेक्टर नियुक्त किया है जबकि प्रखर श्रीवास्तव, सौम्या त्रिपाठी और तथागत को अन्य पदों पर नियुक्त किया गया है। 

खास बातें

- 05 अधिकारियों की तैनाती कंपनी की ओर से माघ मेला में की गई है

- 01 प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी कंपनी की ओर से किया गया है नियुक्त

- 31 मार्च 2020 तक के लिए कंपनी का मेला प्रशासन से हुआ अनुबंध

- 4.5 लाख रुपये तक कंपनी के अधिकारियों का प्रति माह है वेतन

प्रबंधन से लेकर श्रद्धालुओं की सुविधाओं तक में कंपनी का हस्तक्षेप रहेगा

कंपनी को मेला बसाने से लेकर प्रबंधन और श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं तक में हस्तक्षेप का अधिकार दिया गया है। कंपनी के अफसर लेआउट प्लान, सेक्टर प्लान, भीड़ प्रबंधन, यातायात प्रबंधन, स्नान घाटों के निर्माण व रखरखाव, सड़क व पुल निर्माण से लेकर विद्युत और जलापूर्ति की व्यवस्था भी देख रहे हैैं। हाल ही में हुए मेला कार्यों की पूरी टेंडरिंग प्रक्रिया को कंपनी ने ही पूरा कराया। कल्पवासियों, श्रद्धालुओं और संत-महात्माओं की सुविधाओं का कार्य भी कंपनी की देखरेख में होगा। मेले में जमीन आवंटन से लेकर संस्थाओं व अन्य को बसाने का कार्य भी कंपनी की ही सलाह पर होगा। मेले में विज्ञापन, दुकानों और पॉर्किंग के लिए भी कंपनी के अफसरों की सलाह मानी जाएगी। कंपनी के अफसरों के लैपटॉप व मोबाइल में ही मेले से संबंधित सभी रिकॉर्ड मिल जाएंगे।

बोले मेलाधिकारी

मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र ने कहा कि माघ मेले में पहली बार किसी कंसल्टेंट कंपनी को लगाया गया है। इंग्लैैंड की इस कंपनी में देश के लोग ही कार्यरत हैैं जो प्रबंधन से लेकर अन्य कार्यों में निपुण हैैं। इनका अनुबंध मेले तक ही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.