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आज तय होगा संगम तट पर लगने वाले माघ मेला -2021 का खाका

Magh Mela-2021आसार यही हैैं कि इस बार जगह पहले से ज्यादा हो सकती है लेकिन संस्थाओं की संख्या कम रहेगी। मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि तैयारी में लगे विभागों के अधिकारी गुरुवार दोपहर करीब एक बजे मुख्य सचिव के साथ होने वाली वीडियो कांफ्रेंसिंग में योजना प्रस्तुत करेंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 06:30 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 08:28 AM (IST)
आज तय होगा संगम तट पर लगने वाले माघ मेला -2021 का खाका
कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुरूप तैयारी करने के निर्देश

प्रयागराज,जेएनएन। माघ मेला 2021 की तैयारियां शुरू हो गई है। बीते दिनों उपमुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों से खाका तैयार करने के लिए कहा है। बुधवार को संबंधित अधिकारी योजना तैयार करते रहे। इसे गुरुवार को मुख्य सचिव के साथ होने वाली वीडियो कांफ्रेसिंग में साझा किया जाएगा। इसके बाद मेले के लिए धन की मांग की जाएगी।

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कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुरूप तैयारी करने के निर्देश

कोरोना संक्रमण के चलते 2021 में 14 जनवरी से 11 मार्च तक प्रस्तावित माघ मेले पर संशय था। हालांकि लखनऊ में मिलने गए संतों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री ने केशव मौर्या ने आश्वस्त कर दिया था कि सदियों पुरानी परंपरा खंडित नहीं होने दी जाएगी। प्रयागराज प्रवास में उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुरूप तैयारी की जाए। इसके बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। मंगलवार रात जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने लोक निर्माण विभाग, जल निगम, विद्युत वितरण निगम, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, रोडवेज, रेलवे, पुलिस से जुड़े अधिकारियों के साथ मंत्रणा की और खाका तैयार करने का निर्देश दिया। कोरोना संक्रमण का ध्यान रखते हुए कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया। इसके बाद बुधवार को विभागों के जिम्मेदार खाका खींचते रहे। पिछले साल माघ मेला 750 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बसाया गया था। इसे पांच सेक्टर में बांट कर कल्पवासियों, संतों और संस्थाओं को बसाया गया था।

जगह पहले से ज्‍यादा होगी, संस्‍थाओं की संख्‍या होगी कम

आसार यही हैैं कि इस बार जगह पहले से ज्यादा हो सकती है लेकिन संस्थाओं की संख्या कम रहेगी। मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि तैयारी में लगे विभागों के अधिकारी गुरुवार दोपहर करीब एक बजे मुख्य सचिव के साथ होने वाली वीडियो कांफ्रेंसिंग में योजना प्रस्तुत करेंगे। फिर स्टीमेट भेजा जाएगा। धन स्वीकृति होते ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।

पिछले मेले का नहीं हुआ भुगतान

माघ मेला 2020 में जिन ठेकेदारों ने काम किया था, उनका भुगतान अब तक नहीं हो सका है। इससे भी दिक्कत आ सकती है। करीब 44 करोड़ रुपया बकाया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ठेकेदार संघ के अध्यक्ष अनिल यादव, निलेश निषाद, मनीष महरा के अनुसार भुगतान नहीं होने की दशा में वह काम करा पाने की स्थिति में नहीं होंगे।


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