Magh Mela 2021: 6000 फीट लंबा घाट तैयार, लाखों लगाएंगे पुण्य की डुबकी Prayagraj News
मकर संक्रांति स्नान पर्व पर भीड़ कम थी लेकिन इस बार कल्पवासियों के आ जाने से लाखों की भीड़ रहेगी। उसी हिसाब से प्रशासन ने इंतजाम किए हैं। मकर संक्रांति के बाद गंगा का जलस्तर बढऩे से झूंसी की तरफ के सभी घाट बह गए थे।
प्रयागराज,जेएनएन। माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर गुरुवार को लाखों श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। श्रद्धालुओं के स्नान के लिए मेला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। गंगा के दोनों छोर पर 6000 फीट लंबा घाट बना दिया गया है। यहां बैरीकेटिंग भी लगा दी गई और जल पुलिस की टीमें भी तैनात की गई है, जो किसी भी अनहोनी की स्थिति में श्रद्धालुओं की मदद करेगी। इस दौरान कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कराने के लिए घाट के आसपास 120 मीटर चौड़ा सर्कुलेटिंग एरिया छोड़ा गया है।
मकर संक्रांति स्नान पर्व पर भीड़ कम थी लेकिन इस बार कल्पवासियों के आ जाने से लाखों की भीड़ रहेगी। उसी हिसाब से प्रशासन ने इंतजाम किए हैं। मकर संक्रांति के बाद गंगा का जलस्तर बढऩे से झूंसी की तरफ के सभी घाट बह गए थे। कुछ घाट सिटी साइट के भी प्रभावित हुए थे। ऐसे में फिर से सभी घाट को बनाने के लिए मेला प्रशासन को रात दिन मशक्कत करनी पड़ी। फिलहाल ओल्ड जीटी पुल और गंगोली शिवाला पुल के बीच अब भी घाट नहीं बन सका है। गंगोली शिवाला पुल और काली पुल के बीच कटान होने से घाट पिछले स्नान से छोटा है। त्रिवेणी पुल और काली पुल के बीच सेक्टर तीन में घाट तैयार हो गया है। त्रिवेणी और महावीर पुल के बीच घाट बनाने के लिए रात तक टीम लगी रही। वहीं सेक्टर पांच में ओल्ड जीटी से उत्तर एक घाट बना है। जबकि संगम नोज का घाट पहले से तैयार था। सबसे लंबा घाट संगम नोज का है। कुल मिलाकर छह हजार फीट का घाट हो रहा है। अगर कटान न होता तो मेला प्रशासन कुल दस हजार फीट लंबा घाट बनाता।
हर सेक्टर में बनाए गए वेंडिंग जोन
पिछले साल की तरह इस बार मेले के हर सेक्टर में सड़क किनारे दुकानें नहीं लगी है। इस बार हर सेक्टर में वेंडिंग जोन बनाया गया है। वहीं पर सब्जी, फल, किराना और खानपान की दुकानें लगाई हैं। पूरे मेले क्षेत्र में 15 वेंडिंग जोन बनाए गए हैं। परेड का वेंडिंग जोन तो तैयार हो गया है
खाली है किसान यूनियन की जगह
परेड मैदान पर त्रिवेणी और लाल मार्ग के बीच हर साल किसान यूनियन का टेंट लगता था। लेकिन इस बार किसानों के आंदोलन के चलते उनका कैंप नहीं लगा है। दूसरे गुट के कुछ किसानों का कैंप परेड मैदान पर ही लाल और काली सड़क के बीच लगवाया गया है।
मेला में मोबाइल नेटवर्क डाउन
मेला क्षेत्र में मोबाइल का नेटवर्क ठीक नहीं है। अभी तक सेक्टर एक और चार में ही मोबाइल टावर लगा है। सेक्टर तीन और संगम नोज पर टॉवर न लगने के कारण मोबाइल नेटवर्क की समस्या हो रही है। मोबाइल टावर न होने पर मेला क्षेत्र में इंटरनेट सेवा भी लड़खड़ाई हुई है।
अगले स्नान पर्व
- 11 फरवरी मौनी अमावस्या
- 16 फरवरी बसंत पंचमी
- 27 फरवरी माघी पूर्णिमा
- 11 मार्च महाशिवरात्रि