'जानत सब ससार, ..हो गगा मईया'
माघ मेले मे त्रिवेणी रोड स्थित पंडाल मे चल रहे 'चलो मन गगा जमुना तीर 2018'
जासं, इलाहाबाद : माघ मेले मे त्रिवेणी रोड स्थित पंडाल मे चल रहे 'चलो मन गगा जमुना तीर 2018' कार्यक्रम के चौथे दिन मंगलवार को कलाकारो ने अपनी मनमोहन प्रस्तुति से दर्शको का दिल जीत लिया। उलार मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केद्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम मे स्थानीय और बाहर के कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे है।
मंगलवार को पहली पाली की शुरुआत इलाहाबाद के मनोज सिह 'मन्नू गहमरी' एव उनके सहयोगियो द्वारा भोजपुरी गीत से हुई। मन्नू ने सर्व प्रथम गगा गीत, महिमा अपरम पार बा तोहरो, जानत सब ससार,.. हो गगा मईया, सुनाकर मां गगा की महिमा का बखान किया। उन्होने देवी गीत 'माई के धाम सदा सुख धाम बा..' और 'हरियर सेजिया पे लाल रग चोला, उठाई लिहले कहरा उड़न खटोला..' सुनाया जिसे सुन सभी श्रोतागण मत्रमुग्ध हो गए। इसी क्रम मे लोकगीत इलाहाबाद की सगीता मिश्रा एव उनके सहयोगियो द्वारा, फरवही लोकनृत्य गोरखपुर के छेदी लाल एव उनके दल द्वारा, गोडऊ लोकनृत्य आजमगढ़ के अभिराज गौड़ एव दल द्वार सुनने और देखने को मिला। उद्धघोषक विवेक रजन सिह रहे।
दूसरी पाली मे लखनऊ से आए किशोर चतुर्वेदी एव सीमा रिजवी द्वारा सुगम सगीत मुख्य आकर्षण के केद्र बिदुओ मे से एक था। इनकी मनभावन प्रस्तुति के उपरात मुंबई की शीतल एव उनके दल द्वारा लावणी नृत्य प्रस्तुत किए गए। इसी क्रम मे बोनालु एव माथुरी नृत्य तेलगाना राज्य के वेकटेश एव उनके दल द्वारा बैगनी कर्मा एव सुआ नृत्य रायपुर के सतोष निषाद एव उनके दल द्वारा हिमाचल के लोकनृत्य बालकराम एव उनके दल द्वारा, लाईहरोबा, ढोलचोलम, स्टिक डास एव मार्शल आर्ट, मणिपुर की गीता देवी द्वारा रणप्पा-चढ़ैया एव शखवादन ओडि़सा के एस वेकटराव रेड्डी द्वारा प्रस्तुत किया गया। इन रगारग लोक एव जनजातीय प्रस्तुतियो ने दर्शक दीर्घा मे मौजूद सभी दर्शको का मन मोह लिया। उद्धघोषिक नदल हितैषी रहे।
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