माधवदास ने संभाला खाकचौक का मोर्चा, बहिष्कार का एलान
नानुकर के बाद माधवदास वृंदावन से प्रयागराज पहुंचे और आते ही उन्होंने मेला प्रशासन के खिलाफ बिगुल बजा दिया है।
प्रयागराज : कुंभ में परंपरागत जमीन न मिलने से खाक चौक के संतों में गहरी नाराजगी है। अखाड़ों की जमीन बंट जाने के बाद भी जब उनसे मेला प्रशासन ने कोई वार्ता नहीं की तो उन्होंने अपने पुराने अध्यक्ष महामंडलेश्वर माधवदास को याद किया। नानुकर के बाद माधवदास वृंदावन से प्रयागराज पहुंचे और आते ही उन्होंने मेला प्रशासन के खिलाफ बिगुल बजा दिया है।
अपने तीखे तेवर के लिए चर्चित माधवदास श्री त्यागी भक्तमाल बड़ा अखाड़ा के महामंडलेश्वर हैं। करीब दो साल पहले खाक चौक के दो गुट में बंटने के बाद उन्हें खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा था, लेकिन अब कुंभ में जिस तरह से खाक चौक को सेक्टर पांच में बेहद दूर बसाने की तैयारी है। उससे खाक चौक के संत एकजुट हो रहे हैं। इसी कड़ी में माधवदास ने प्रयागराज पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने दैनिक जागरण से कहा कि मेला प्रशासन ने खाक चौक के साथ जो व्यवहार किया है, वह निंदनीय है। उसकी खाक चौक कड़ी निंदा करता है।
उन्होंने कहा कि वह संतों के बुलावे पर आए हैं। मेला प्रशासन खाक चौक में फूट डालकर उसे दूर बसाना चाहता है। जबकि खाक चौक में कल्पवासी भी वास करते हैं। जब अखाड़े बसंत पंचमी के बाद चले जाएंगे तो वहां पर कोई सुरक्षा भी नहीं होगी। इसलिए मेले का बहिष्कार कर दिया जाएगा। उधर, शहर से बाहर खाक चौक व्यवस्था समिति के महामंत्री महामंडलेश्वर संतोषदास उर्फ सतुआ बाबा ने भी मेला प्रशासन की आलोचना की। कहा कि वे इस मामले को मुख्यमंत्री के सामने भी उठाएंगे। इसके अलावा सड़क से लेकर कोर्ट तक यह लड़ाई लड़ी जाएगी।