मनमाने ठेकेदारों पर अंकुश नहीं, शहरी परेशान
शहर में इन दिनों कुंभ कार्यो की वजह से जगह-जगह हो रहे कार्यो के कारण शहरवासी परेशान हैं। आलाम यह है कि सड़कों पर गढ्डों में भरे पानी और सड़क के बगल गड्ढे के पानी में फंसकर बाइक सवार हादसे का शिकार हो रहे हैं। इसमें ठेकेदारों द्वारा मनमर्जी भी की जा रही है।
जासं, इलाहाबाद : शहर की तस्वीर इन दिनों लोगों को परेशान करने वाली है। हर कदम पर निर्माण कार्यो के कारण खतरा बरकरार है। नगर के लगभग सभी मुहल्लों की सड़कें बदरंग हो गई हैं। सड़कों पर गढ्डे और गड्ढों में भरा बारिश का पानी हादसों को बढ़ा रहा है। इसके बाद भी उच्च अधिकारी कहते हैं कि सब ठीक है। कार्यदायी संस्थाएं नियमों के मुताबिक काम कर रही हैं, जबकि स्थिति को देखकर किसी को भी यह बात हजम नहीं होती।
एक होमगार्ड की जान पिछले दिनों से ठेकेदारों और कार्यदायी संस्थाओ की मनमानी से चली गई और रोज दर्जनों हादसे हो रहे हैं। अफसरों को चिंता नहीं है, फिर भी आम जनता को हकीकत से रूबरू होना जरूरी है। स्टेनली रोड पर पिछले दिनों बाइक सवार एक युवक उस वक्त गड्ढे में गिर गया, जब वह समझ नहीं पाया कि सड़क किनारे इतना गहरा गड्ढा हो सकता है। तेलियरगंज की ओर से आ रहे युवक ने अचानक जाम के कारण आगे निकलने की कोशिश की और उसने रोड के साइड में भरे पानी में बाइक लेकर गिर पड़ा। राहगीरों की मदद से वह किसी तरह बाहर निकल तो आया, लेकिन जख्मी हो चुका था। इसी तरह पीडी टंडन पर अधिवक्ता शंकर लाल गुप्ता भी गिरकर जख्मी हो गए थे। अधिकांश सड़क के एक ओर गहरा गड्ढा है तो दूसरी तरफ फैली गिट्टी व मिट्टी है। कहीं गड्ढों में गिट्टी तो डाली गई है लेकिन ठीक से बराबर नहीं है। इन रास्तों से निकलना जितना मुश्किल है, उससे भी कहीं ज्यादा खतरनाक है। सड़क पर पड़ी मिट्टी बारिश के कारण फैली तो फिसलन बढ़ गई है। इससे भी तमाम बाइक सवार फिसलकर गिर रहे हैं। वहीं गड्ढों में पानी भरने के कारण लोग सड़क को समतल समझकर चलते वक्त गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। बरसात से परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि लोगों की जान जोखिम में है।
दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारी और जिम्मेदार अफसर लगातार दावा कर रहे हैं कि कुंभ के निर्माण कार्य के दौरान सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम किया जा रहा है। हालांकि जमीनी हकीकत यह है कि शहरवासी खतरा मोल लेकर घर से दफ्तर, स्कूल या दूसरे काम के लिए आ-जा रहे हैं। पिछले दिनों ही झूंसी में सड़क पर फैली गिट्टी के कारण ही होमगार्ड की जान चली गई। शहर में स्टैनली रोड, एमजी मार्ग, नवाब युसुफ रोड, लूकरगंज, लीडर रोड, खुशरोबाग के बगल वाली सड़क, नूरुल्ला रोड, बाघंबरी रोड, अल्लापुर पानी की टंकी, राजरूपपुर समेत कई इलाकों में सड़क की दुर्दशा है। जहां से निकलना आसान नहीं है।
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ठेकेदार, अफसर के 'खेल' से बढ़ी दिक्कत
निर्माण कार्य के बजट में खोदी गई सड़क को बनाने से पहले उस पर पानी डालने और सुरक्षा इंतजाम का भी पैसा शामिल होता है। वहीं शहर में चल रहे निर्माण कार्य में ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा। बरसात के बाद जब मिट्टी बैठने लगी तो गिट्टी डालने का काम शुरू हुआ। ऐसे में बारिश ने ठेकेदार व अफसर की मिलीभगत के 'खेल' करने का मामला भी सामने ला दिया।
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'निर्माण के दौरान सुरक्षा के सारे एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं, अगर कहीं ऐसा नहीं हो रहा है तो इस पर अमल कराया जाएगा।'
-डॉ. आशीष गोयल, मंडलायुक्त