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Locust Attack : रात में Prayagraj और सुबह Kaushambi में पहुंचे टिड्डी दल का आतंक

शुक्रवार की सुबह कौशांबी जनपद में टिड्डी दल ने धावा बोल दिया। मूरतगंज के रक्‍सवारा और जीवनगंज में खेत गए किसानों ने टिड्डी दल को देखा तो शोर मचाकर सभी ग्रामीणों को बुला लिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 10:35 AM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 03:05 PM (IST)
Locust Attack : रात में Prayagraj और सुबह Kaushambi में पहुंचे टिड्डी दल का आतंक
Locust Attack : रात में Prayagraj और सुबह Kaushambi में पहुंचे टिड्डी दल का आतंक

प्रयागराज, जेएनएन। एक बार फिर टिड्डी दल का आतंक प्रयागराज और पड़ोसी जनपद कौशांबी में दिखा। गुरुवार की रात में प्रयागराज और शुक्रवार की सुबह कौशांबी में आसमान पर मंडराते हजारों की संख्‍या में टिड्डी दल खेतों में लगी फसल को नुकसान पहुंचाने लगे। हालांकि इनसे बचने के लिए किसान पटाखा फोड़ रहे हैं तो थाली आदि पीटकर भगाने का प्रयास करते नजर आए। वहीं कृषि विभाग की टीम रासायनिक घोल लेकर पहुंच गई। 

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कौशांबी में सुबह टिड्डी दल को देख किसानों ने फोड़े पटाखे

शुक्रवार की सुबह कौशांबी जनपद में टिड्डी दल ने धावा बोल दिया। मूरतगंज के रक्‍सवारा और जीवनगंज में खेत गए किसानों ने टिड्डी दल को देखा तो शोर मचाकर सभी ग्रामीणों को बुला लिया। विकास खंड चायल व नेवादा के कई गांवों में भी टिड्डियों को देखकर पटाखे फोड़े जाने लगे और तसला, थाली आदि बजाकर लोगों ने टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया।

टिड्डी के कई दलों ने बोला धावा

मध्य प्रदेश से आया टिड्डी दल गुरुवार को नैनी क्षेत्र पहुंच गया। मध्य प्रदेश से टिड्डियों का तीन दल बुधवार शाम जिले कोरांव और बारा क्षेत्र में प्रवेश किया था। एक दल तो गंगा किनारे से भदोही की उड़ गया था जबकि दूसरा दल कोरांव के गांवों में फसलों पर आक्रमण कर दिया था। तीसरा दल जसरा के गांवों में डेरा जमा लिया था। रात में ग्रामीणों पटाखा फोड़ने और डीजे के साउंड से शोर करने पर कोरांव के गांवों से उड़कर मीरजापुर की चला गया था। उधर जसरा का दल गुरुवार को नैनी क्षेत्र पहुंच गया।

कृषि विभाग की टीमें रासायनिक घोल लेकर नैनी पहुंची

कृषि विभाग की टीमें दमकल वाहन में रासायनिक घोल लेकर नैनी क्षेत्र पहुंच गई। तब तक दल उड़ गया। ये दल भी जौनपुर की ओर उड़ गया। शाम को एक और दल जिले में प्रवेश कर गया। यह दल मध्य प्रदेश के जंगलों से होते हुए चित्रकूट और मानिकपुर के जंगल से होते हुए शंकरगढ़ के बासी गांव में डेरा डाल दिया। इसके पास के गांव वन बिहरिया समेत आसपास के मजरों में भी दल ने डेरा डाल दिया है। इन गांवों में रात में कृषि विभाग और अन्य विभागों कघ टीम दमकल वाहन के साथ पहुंच गई। विभाग की ओर से दल को मारने के लिए रासायनिक घोल का छिड़काव किया गया। इससे काफी संख्या में टिड्डी मारे गए।15 दिन पहले भी टिड्डी दल यहां आया था। दल से धान की नर्सरी को काफी नुकसान हुआ है।


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