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निर्माणाधीन मार्ग को अधूरे पर छोड़ा, लोगों की बढ़ी परेशानी

संसू फूलपुर/सहसों (प्रयागराज) पतुलकी

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 12:00 AM (IST)
निर्माणाधीन मार्ग को अधूरे पर छोड़ा, लोगों की बढ़ी परेशानी
निर्माणाधीन मार्ग को अधूरे पर छोड़ा, लोगों की बढ़ी परेशानी

निर्माणाधीन मार्ग को अधूरे पर छोड़ा, लोगों की बढ़ी परेशानी

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संसू, फूलपुर/सहसों (प्रयागराज): पतुलकी गांव से लेकर कनेहटी, दैलापुर, गिरधरपुर, झंझरी , बाबूगंज से बगई तक जाने वाले निर्माणाधीन मार्ग को अधूरे पर ही छोड़ दिया गया, जिससे आवागमन में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। क्षेत्र के पूर्व जिला पंचायत सदस्य राधे श्याम यादव उर्फ वीरन यादव ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी को संबोधित एक मांग पत्र उनके स्टेनों को सौंपकर मार्ग को पूरा कराने की मांग की है। कहा गया है कि पतुलक-बगई मार्ग का मार्च 2019 में चौडीकरण और डामरीकरण कराने के लिए गिट्टी डाली गई। इसी दौरान ठेकेदार के निधन हो जाने से निर्माण कार्य में रुक गया। उसके बाद विभाग द्वारा जनवरी 2021 में पुन: निविदा हुई और कार्यदायी संस्था की ओर से एक हजार मीटर तक डब्लूएमएम कार्य भी कराया गया। इसके बाद 18 माह बीत जाने के बाद सडक पर कोई कार्य नहीं कराया गया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने चेतावनी दी है कि यदि एक पखवाड़े के अंदर कार्य शुरू नहीं नही कराया गया तो यादव चौराहा बाबूगंज के सामने मार्ग अवरूद्ध किया जाएगा।

सहसों -बगई मार्ग का नहीं हो सका डामरीकरण : बाई पास से लेकर बगई चौराहा तक दो वर्ष पूर्व मरम्मत के लिए गिट्टी डालकर छोड़ दी गई थी। उसके बाद विभाग की अनदेखी के चलते डामरीकरण नहीं किया जा सका। सहसों बाईपास से लेकर बगई चौराहे तक लगभग चार किमी तक की सड़क है। इस दर्जनभर गांवों के लोगो का आवागमन प्रतिदिन होता है। विभागीय मंत्री डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 12 नवंबर 2021 को सहसों ब्लाक के भवन के शिलान्यास के अवसर पर चौडीकरण की घोषणा कर दी थी। जिसका आज तक न तो चौडीकरण किया जा सका और न ही डामरीकरण किया जा सका। जगह-जगह गिट्टी उखड़ गई और छोटे-छोटे कई गड्ढे हो गए है, जिसमें वर्षा का पानी जमा होने से आवागमन कर रहे लोगों को इसका अंदाजा न होने के कारण कभी कभी दो पहिया वाहन तथा साइकिल सवार गिर कर चोटिल भी हो रहे है। इस सबंध में कई बार स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन आज तक चार किमी तक की सड़क खस्ताहाल बनी हुई है।

नाली पर अतिक्रमण होने से पानी की निकासी ठप : बहादुरपुर ब्लाक के रिठैयां गांव में कुछ लोगों ने नाली पर कब्जा कर लिया है। इस संबंध में शारदा सिंह समेत कई लोगों ने शिकायत की। इसके बाद नाली को कब्जा मुक्त कराने का आदेश भी दे दिया गया है। राजस्व विभाग की टीम की मौजूदगी में जमीन का चिह्नांकन भी हो चुका है, लेकिन कई माह बीतने के बाद भी नाली को कब्जा मुक्त नहीं कराया जा सका। ऐसे में पानी की निकासी अवरुद्ध होने से सड़कों पर पानी लग जाता है। वर्षा होने पर और फजीहत होगी। वहीं रिठैयां बाजार से निकलने वाला नाली भी अतिक्रमण का शिकार है। शिकायत के बाद भी समाधान नहीं हो रहा है।

डामरीकरण की बाट जोत रहा राजस्व गांव

संसू, लेड़ियारी : बहरैचा का राजस्व गांव कुड़री मार्ग पर 2002 में दो लाख पचास हजार रुपये की लागत से समग्र ग्रामीण रोजगार के तहत मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। उसके बाद मार्ग पर कोई काम नहीं कराया गया। बरसात होने पर राहगीरों व दो पहिया वाहनों से घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिन दो माह तक बाजार भी नही पहुंच पाते है और न घर के बच्चे स्कूल पहुंचे। रात को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। ग्राम प्रधान बहरैचा शंकर दयाल तिवारी ने बताया कि इस संबंध मं तहसील दिवस कई बार लिखित प्रार्थनापत्र पत्र दिया गया फिर भी इस ओर ध्यान न देने से समस्या बनी हुई है।


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