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Magh Mela-2020 : लेआउट तैयार, दो हजार बीघे में बसेगा तंबुओं का नगर Prayagraj News

माघ मेला-2020 का लेआउट तैयार हो गया है। सेक्टर एक का क्षेत्रफल सबसे बड़ा होगा। चार वॉच टावर के साथ ही आठ हाईमास्ट भी लगाए जाएंगे। वहीं पांच किमी में स्‍नान घाट बनेंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 09:23 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 10:23 AM (IST)
Magh Mela-2020 : लेआउट तैयार, दो हजार बीघे में बसेगा तंबुओं का नगर Prayagraj News
Magh Mela-2020 : लेआउट तैयार, दो हजार बीघे में बसेगा तंबुओं का नगर Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला-2020 की शुरूआत संगम की रेती पर 10 जनवरी से होगी। दिव्य और भव्य कुंभ के बाद होने वाला यह माघ मेला कई मायनों में खास होगा। वर्ष 2018 के माघ मेले की अपेक्षा 10 फीसद क्षेत्रफल बढ़ाया गया है। साथ ही स्नानार्थियों की सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी। मेला लगभग दो हजार बीघे में बसाया जाएगा। स्नान घाट का क्षेत्रफल भी बढ़ाया गया है। लगभग पांच किमी रनिंग एरिया में स्नान घाट बनाए जाएंगे।

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दारागंज में नागवासुकि मंदिर से छतनाग तक तथा अरैल क्षेत्र में बसेगा माघ मेला

माघ मेले का लेआउट तैयार हो गया है। अब तक दलदल के कारण लेआउट नहीं बन सका था। अब लेआउट के हिसाब से पांच सेक्टरों का विभाजन भी हो गया है। दारागंज में नागवासुकि मंदिर के पास से छतनाग तक तथा अरैल क्षेत्र में तंबुओं का नगर आबाद होगा। सेक्टर एक क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़ा होगा। इसमें संगम, परेड मैदान और अरैल क्षेत्र शामिल है। यहां सरकुलेटिंग एरिया में ज्यादा एलईडी फिटिंग लगाई जाएंगी। चार वॉच टावर के साथ ही आठ हाईमास्ट भी लगाए जाएंगे। पूरा संगम क्षेत्र दूधिया रोशनी से जगमग रहेगा।

इस पर भी दें ध्‍यान

2017 में माघ मेले का क्षेत्रफल 1432 बीघे था

2018 में माघ मेले का क्षेत्रफल 1797 बीघे था

9500 एलईडी लाइटें लगाई गईं थीं पिछले माघ मेले में

 सेक्टर एक में मीना बाजार व बच्चों के लिए झूले होंगे

संगम से लेकर काली मार्ग तक सेक्टर एक में होगा। इसी सेक्टर में सरकारी विभागों के कार्यालय, कंट्रोल रूम, पुलिस लाइन तथा मीना बाजार व झूले होंगे। सेक्टर एक को छोड़कर सभी सेक्टरों में कल्पवासियों को बसाया जाएगा। सेक्टर दो काली मार्ग से नागवासुकि तक होगा जबकि सेक्टर तीन, चार और पांच झूंसी क्षेत्र में होगा। खाक चौक, दंडी बाड़ा और आचार्यबाड़ा झूंसी क्षेत्र में ही होंगे। मेले में पांच किमी तक के छह बड़े स्नान घाट बनाए जाएंगे।

13 थाने और 40 पुलिस चौकियां

सुरक्षा के लिहाज से इस बार 13 पुलिस थाने और 40 पुलिस चौकियां बनाई जा रही हैैं। पिछले माघ मेला में 12 थाने और 36 पुलिस चौकियां थीं। पुलिस ने मेला क्षेत्र को दो जोन और छह सेक्टरों में बांटा है।

20-20 बेड के दो चिकित्सालय

स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर मेले में 20-20 बेड के दो चिकित्सालय, तीन आयुर्वेदिक और तीन होम्योपैथिक चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है। 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे। हर सेक्टर में दो-दो पीएचसी बनाए जाएंगे।

तीन सौ बीघा बढ़ेगा क्षेत्रफल

वर्ष 2017 में माघ मेले का क्षेत्रफल 1432 बीघे था। वर्ष 2018 में यह 1797 बीघे हो गया, तब 71 किमी की चकर्ड प्लेट सड़क बनाई गई थी और पांच पांटून पुलों का निर्माण हुआ था। आठ पाइप पुलियां थीं, इस साल भी पांटून पुल तो पांच ही हैैं, जबकि चकर्ड प्लेट की सड़कें 80 किमी बनाई जाएंगी। जलापूर्ति के लिए 18 नलकूप लगाए जा रहे हैैं। कुल 162 किमी पेयजल की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। पिछले मेले में 9500 एलईडी लाइटें थीं, इस बार 12 हजार एलईडी होंगी। कुल 20 उपकेंद्र रहेंगे। भूले भटके शिविर को हाईटेक किया जाएगा। मेले में 28 उचित दर की दुकानें और 14 गैस एजेंसी रहेंगी।

बोले मेलाधिकारी

मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र कहते हैं कि माघ मेले की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैैं। 20 दिसंबर तक मेला बसाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी विभागों के अफसरों को इसके लिए ताकीद कर दी गई है।


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