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चेन्नई से लापता जहाज में गाजीपुर के छेदी और इलाहाबाद के लक्ष्मीकांत

नौसेना आयुध डिपो के मालवाहक विमान में इलाहाबाद के नवाबगंज के शुक्लन का पुरवा गांव के निवासी लक्ष्मीकांत त्रिपाठी और गाजीपुर के छेदी सिंह भी लापता हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 05:26 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 08:17 PM (IST)
चेन्नई से लापता जहाज में गाजीपुर के छेदी और इलाहाबाद के लक्ष्मीकांत

लखनऊ (जेएनएन)। बंगाल की खाड़ी से लापता भारतीय वायुसेना के विमान में इलाहाबाद के लक्ष्मीकांत त्रिपाठी और गाजीपुर के बरेजपुर गांव निवासी वायु सैनिक छेदी सिंह यादव भी हैं। फिलहाल अभी तक विमान के बारे में कोई जानकारी नही मिल पा रही है। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने इसकी खोज कर रही टीमों के साथ आज भेंट भी की।

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नौसेना आयुध डिपो में काम करने वाले मालवाहक विमान में इलाहाबाद के नवाबगंज के शुक्लन का पुरवा गांव के निवासी लक्ष्मीकांत त्रिपाठी पुत्र श्री नरेन्द्र नाथ भी लापता हैं। वह वायु सेना में लांसनायक के पद पर हैं है। लक्ष्मीकांत लंबे समय बाद अवकाश पर इलाहाबाद आए थे और दो दिन पहले ही चेन्नई गए थे। लक्ष्मीकांत की तैनाती इन दिनों पोर्ट ब्लेयर में है। वायुसेना के अफसर उनके घर पहुंचे और इसकी सूचना दी तो परिवार में सभी लोग सन्न रह गये। इसके साथ ही पुलिस और प्रशासनिक अफसर भी लक्ष्मीकांत के घर पहुंचे हैं। लक्ष्मी कांत 26 वर्ष के हैं और कुछ ही साल पहले वह सेना में भर्ती हुए थे।

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एक जवान गाजीपुर का भी

वायुसेना के लापता विमान में गाजीपुर के मुहम्मदाबाद तहसील के बरेजपुर गांव के निवासी वायु सैनिक छेदी सिंह यादव (45) भी सवार थे। यह जानकारी होने के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिवार को ढांढस बंधाने के लिए फोर एयरफोर्स स्टेशन वाराणसी के फ्लाइट लेफ्टिनेंट आत्म प्रकाश वर्मा व एमडब्लूओएस गोविंदासामी के नेतृत्व में वायु सेना के अधिकारियों का दल शनिवार को शाम करीब तीन बजे छेदी यादव के घर पहुंचा और उनके परिवार को ढांढस बंधाया। परिवार के सदस्यों को समझाते हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट वर्मा ने कहा कि लापता विमान की खोज चल रही है। अभी किसी तरह की उम्मीद छोडऩे की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वे परिवार के संपर्क में हमेशा रहेंगे। किसी तरह की समस्या हो या कोई जानकारी हासिल करनी हो तो परिवार के सदस्य उनसे कभी भी बात कर सकते हैं। वायुसेना के अधिकारी वाराणसी से पहले कोतवाली पहुंचे थे। वहां से छेदी यादव के चचेरे भाई सेवानिवृत सूबेदार मेजर हृदय नारायण ङ्क्षसह यादव को साथ लेकर उनके घर गए। हृदय नारायण यादव ने बताया कि एयर आफिसर कमाडिंग बार निकोबार ग्रुप कैप्टन मोरे से उनका सीधा संपर्क बना हुआ है। बरेजपुर के रामदास यादव का इकलौता पुत्र छेदी सिंह यादव वर्ष 1993 में दिल्ली रेसकोर्स से एयरफोर्स में जवान के पद पर भर्ती हुए। परिवार में पत्नी तारा देवी के अलावा दो पुत्र अमरजीत (15), समरजीत (10) और एक पुत्री सुनैना (18) है। बड़ी पुत्री प्रीतम की शादी हो चुकी है। इसी माह सात जुलाई को छेदी अवकाश पर घर आए थे। छुट्टी खत्म होने पर 18 जुलाई को घर से रवाना हुए। चेन्नई से उन्हें पोर्ट ब्लेयर जाना था।


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