युवक की गिरफ्तारी के विरोध में वकीलों का धूमनगंज थाने पर धरना
छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक अधिवक्ता के बेटे के मामले में वकीलों ने शनिवार को धूमनगंज थाने में धरना दिया। वकीलों ने मांग किया कि जिस लडकी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है उस पर मुकदमा दर्ज किया जाए।
जासं, प्रयागराज : छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक अधिवक्ता के बेटे के मामले में शनिवार दोपहर कई वकील धूमनगंज थाने में धरने पर बैठ गए। गुस्साए वकीलों ने लड़की के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करते हुए हंगामा किया। हालांकि अधिकारियों ने किसी तरह अधिवक्ताओं को शांत कराया और फिर आरोपित को मुचलके पर थाने से ही छोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक, धूमनगंज थाना क्षेत्र के अनंत नगर अबूबकरपुर निवासी अरविद सिंह परमार उर्फ गोलू के पिता अधिवक्ता हैं। टीपी नगर में रहने वाले ट्रांसपोर्टर निखिल चतुर्वेदी के घर फायरिग व बमबाजी करने के आरोप में अरविद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वह इन दिनों जमानत पर जेल से बाहर है। उसके खिलाफ एक छात्रा से छेड़खानी करने और धमकी देने का भी आरोप है। कहा जा रहा है कि शनिवार सुबह पुलिस ने अरविद को गिरफ्तार कर लिया और थाने ले आई। घरवालों को जब इसकी जानकारी हुई तो दोपहर में पिता समेत तमाम अधिवक्ता थाने पहुंच गए। वकीलों ने लड़की के खिलाफ भी मुकदमा कराने के बाद कही तो पुलिस ने मना कर दिया। इससे नाराज अधिवक्ता थाने पर ही धरने पर बैठ गए और हंगामा शुरू कर दिया। बवाल की आशंका होते ही सीओ सिविल लाइंस अजीत सिंह चौहान थाने पहुंचे और गुस्साए वकीलों को समझा बुझाकर शांत कराया।
इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि अरविद और छेड़खानी का आरोप लगाने वाली छात्रा कभी एक साथ पढ़ते थे। तभी उनके बीच दोस्ती हुई थी। हालांकि छेड़खानी का मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित की तलाश चल रही थी। मामले में सात साल तक सजा होने के कारण अभियुक्त को मुचलके पर छोड़ दिया गया है।