कौशांबी में मजदूर ने पेड़ की डाल से फांसी लगाकर दी जान, घरेलू विवाद बना कारण Prayagraj News
कौशांबी में मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। घर का खर्च चलाने में पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था। इससे नाराज होकर पत्नी मीना देवी अपने मायके चली गई थी।
प्रयागराज, जेएनएन। पड़ोसी जनपद कौशांबी के सरायअकिल थाना क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह पेड़ से फांसी के फंदे पर लटका एक मजदूर का शव मिला। ग्रामीणों ने देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। वहां पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर परिवार के लोगों व ग्रामीणों से पूछताछ की। फिलहाल पारिवारिक कलह ही विवाद का प्राथमिक कारण माना जा रहा है।
रुपये मांगने पर आए दिन पत्नी से किचकिच होती थी
सरायअकिल कस्बा के बुद्धपुरी मुहल्ले में हरीलाल रहते हैं। उनका 45 वर्षीय पुत्र बहादुर मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था। लोगों के अनुसार वह नशे का आदी था। घर और बच्चों के खर्च के लिए रुपये मांगने पर आए दिन उसकी पत्नी मीना देवी से किचकिच होती रहती थी। बताते हैं कि करीब एक हफ्ते पहले भी पति और पत्नी के बीच विवाद हुआ था। इससे नाराज होकर पत्नी मीना देवी अपने मायके चली गई थी।
पत्नी के मायके से न आने से क्षुब्ध था बहादुर
लोगों का कहना है कि बहादुर पत्नी को बुलाने के लिए ससुराल गया था। हालांकि पत्नी मीना देवी ने उसके साथ आने से इंकार कर दिया। इससे क्षुब्ध होकर बहादुर वापस लौट आया था। बहादुर ने शुक्रवार की भोर में घर के समीप स्थित यूकेलिप्टस के पेड़ की डाल पर रस्सी के सहारे फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह बहादुर का शव फंदे पर लटका देख लोगों के होश उड़ गए। जानकारी पाकर स्वजन भी रोते-बिलखते घटनास्थल पहुंच गए।
बच्चों का रो-रो कर हाल बेहाल
सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतरवाकर अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया। बहादुर की मौत से बच्चों का रो-रो कर हाल बेहाल है। पुलिस मामले की फिलहाल जांच कर रही है। परिवार के सदस्यों के साथ ही इस संबंध में पुलिस ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है।
घरेलू कलह से तंग आकर महिला ने कुंए में कूदकर दी जान
कौशांबी थाना क्षेत्र के कोसम खिराज का मजरा जोगापुर मैनहाई गांव में एक महिला ने घरेलू कलह से तंग आकर कुंए में छलांग लगा दी। उसे कुंए से बाहर निकालकर जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में मौत हो गई। चरवा थाना क्षेत्र के रसूलपुर रतगहा निवासी महादेव ने अपनी 35 वर्षीय बेटी निर्मला की शादी 10 साल पहले जोगापुर मैंनहाई निवासी संतोष के साथ की थी। परिवार वालों की मानें तो कुछ साल से दंपती में मनमुटाव हो गया था। घरेलू कलह को लेकर निर्मला काफी परेशान थी। शुक्रवार की सुबह भी पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद निर्मला खेत जाने के बहाने घर से निकल गई। गांव के बाहर सूखे कुंए में निर्मला ने छलांग लगा दी। काफी मशक्कत के बाद निर्मला को कुंए से बाहर निकाला गया। संतोष ने एंबुलेंस की मदद से उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन निर्मला की रास्ते में ही मौत हो गई।
विवाहिता ने फांसी लगाकर दी जान
कोखराज थाना क्षेत्र के मनमऊ निवासी संतोष मजदूरी कर परिवार की देखभाल करता था। उसकी 26 वर्षीय पत्नी गीता देवी से परिवार वालों का आए दिन कहासुनी होती थी। संतोष की मानें तो शुक्रवार की शाम भी किसी बात को लेकर घरवालों से झगड़ा हुआ। यह बात उसे नागवार गुजरी। वह अपने कमरे में चली गई और फांसी लगा लिया। परिवार के लोगों ने उसे फंदे पर लटके हुए तड़पते देखा तो होश उड़ गए। कमरे में जाकर किसी तरह उसे फंदे से उतारा और एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जा रहे थे। लेकिन, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।