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कवि कुमार विश्वास दो दिसंबर को प्रयागराज में, कायस्थ पाठशाला के स्थापना दिवस समारोह में लगवाएंगे ठहाके

केपी ट्रस्ट की स्थापना के 150वें वर्ष (सार्द्ध शती) को धूमधाम से मनाया जा रहा है। तीन दिसंबर को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच इसका भव्य समापन होगा। इसके पहले दो दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डा. कुमार विश्वास लोगों को गुदगुदाने प्रयागराज आएंगे

By amardeep bhattEdited By: Ankur TripathiPublished: Sun, 27 Nov 2022 05:44 PM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 11:15 PM (IST)
कवि कुमार विश्वास दो दिसंबर को प्रयागराज में, कायस्थ पाठशाला के स्थापना दिवस समारोह में लगवाएंगे ठहाके
दो दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डा. कुमार विश्वास लोगों को गुदगुदाने प्रयागराज आएंगे।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कायस्थ पाठशाला यानी केपी ट्रस्ट की स्थापना के 150वें वर्ष (सार्द्ध शती) को धूमधाम से मनाया जा रहा है। तीन दिसंबर को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच इसका भव्य समापन होगा। इसके पहले दो दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डा. कुमार विश्वास लोगों को गुदगुदाने प्रयागराज आएंगे। केपी कालेज मैदान में यह आयोजन शाम पांच बजे से होगा।

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तीन दिसंबर को केपी कम्युनिटी सेंटर में सार्द्ध शती समारोह होगा जिसमें प्रसिद्ध कजरी गायिका पद्मश्री अजिता श्रीवास्तव शामिल होंगी, मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी होंगे। यह जानकारी रविवार को केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष चौ. जितेंद्रनाथ सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में दी।

150वें स्थापना दिवस के तहत दो व तीन दिसंबर को होंगे भव्य आयोजन

चौधरी जी ने बताया कि कायस्थ पाठशाला एशिया का सबसे बड़ा शैक्षणिक न्यास है। अनेक प्रदेशों में इसकी चल-अचल संपत्ति है। कायस्थ पाठशाला ने अपनी स्वर्णिम यात्रा के 150 साल पूरे कर लिए हैं, 150वें वर्ष के शुभारंभ का समारोह 26 दिसंबर 2021 को हुआ था जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि थे। बताया कि डा. कुमार विश्वास के कार्यक्रम में आने से किसी को रोका नहीं जाएगा। केवल उसके पास ट्रस्ट के द्वारा जारी प्रवेश कार्ड होना चाहिए और इसे कमला नेहरू मार्ग पर स्थित कायस्थ पाठशाला से प्राप्त किया जा सकता है।

सात विद्यार्थियों से हुई शुरुआत

कायस्थ पाठशाला की स्थापना मुंशी काली प्रसाद कुलभाष्कर ने 1872 में सात विद्यार्थियों से की थी। वर्तमान में इसके 19 शैक्षणिक एवं सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाएं कार्यरत हैं। इनमें सीएमपी महाविद्यालय और कुलभाष्कर आश्रम परास्नातक महाविद्यालय में स्नातकोत्तर और पीएचडी कक्षाएं संचालित हैं। करीब 25 हजार छात्र छात्राएं इन शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत हैं।


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