Kaushambi, UP Road Accident : बजनी थी शहनाई, अब घर में गूंज रही हैं सिसकियां
Kaushambi UP Road Accident शशि की ननद प्रीति की शादी भी सात दिसंबर को होनी है। हालांकि अभी इस पर संशय है। गमों के पहाड़ में दबे इस परिवार को खुशियों की संजीवनी की तलाश है। लेकिन जो जख्म काल ने दिया है वह अब कभी नहीं भर पाएगा।
प्रयागराज,जेएनएन। आज घर में महिला संगीत का आयोजन होना था। पारंपरिक तरीके से शहनाई भी बजनी थी। मगर ईश्वर को शायद कुछ और ही मंजूर था कि शहनाई वाले घर से सिसकियों की गूंज सुनाई दे रही है। वह भी मध्यम आवाज में। परिवार ने एक मां को खोया है तो लाडले बेटे को भी। अब हर किसी की जिंदगी में इनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। जिनके घर शादी हो रही थी, वह भी इस विवाह समारोह में आमंत्रित थे, मगर काल के गाल में मां-बेटे ऐसे फंसे कि बाहर नहीं निकल सके।
हादसे से परिवार संग मोहल्ले के लोग भी सदमे में
कौशांबी में हुए दर्दनाक हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है। ये लोग शादी समारोह में शामिल होने के बाद स्कार्पियो से घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में हादसा हो गया। हादसे में अल्लापुर की शशि और उनके नौनिहाल बेटे ओम ने अपनी जान गवां दी। मम्मी-मम्मी कहकर वह मामा की बरात में जाने की जिद कर रहा था। मां ने समझाया और फिर कलेजे के टुकड़े को साथ ले गईं। मगर जब मौत की खबर आई तो ठंड में भी तमाम लोगों के चेहरे पसीने से तर-बतर हो गए।
सात दिसंबर को है ननद की शादी अब असमंजश
शशि की ननद प्रीति की शादी भी सात दिसंबर को होनी है। हालांकि अभी इस पर संशय है। गमों के पहाड़ में दबे इस परिवार को खुशियों की संजीवनी की तलाश है। लेकिन जो जख्म यमराज बनकर आए काल ने दिया है, वह अब कभी नहीं भर पाएगा। कारोबारी रमेश की पत्नी शशि और बेटे ओम की मौत ने सभी को झकझोर दिया है। उनके घर के बाहर मौजूद लोग अब बस पुरानी यादों को दोहराकर बिलख पड़ रहे हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह कैसे हो गया। अब वह क्या करें। बहरहाल इस घटना से पूरा परिवार हीं नही, बल्कि मोहल्ला ही सदमे में है।
शादी से लौटते समय हुआ था हादसा
यूपी के कौशांबी जिले में मंगलवार की देररात तीन बजे कड़ाधाम कोतवाली इलाके के देवीगंज चौराहे पर खड़ी स्कार्पियो के गिट़टी का चूरा लदा डंपर पलट गया था। इससे स्कापियों में बैठे लोग दब गए थे। हादसे में स्कार्पियो चालक समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें अल्लापुर के कारोबारी रमेश की पत्नी शशि और बेटा ओम भी शामिल थे। रमेश के साले की शादी थी। जिसमें शामिल होने वह परिवार सहित गए थे। हादसे के समय रमेश गेस्ट हाउस में थे।