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Karwa Chauth 2022: करवा चौथ के बाजार में माडर्न ट्रेंड के आइटम, सुहाग सामग्री से आभूषण तक है

Karwa Chauth 2022 करवा चौथ का प्रयागराज में बाजार सजा है। साड़ी के साथ ही महिलाएं चूड़ी बिंदी व सुहाग के अन्य सामानों को खरीद रहीं है। दुकानदारों के अनुसार महिलाओं के कपड़ों के हिसाब यह सबसे बड़ा त्योहार है। साड़ी लहंगे और चुनरी सूट आदि की बिक्री तेज है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 12 Oct 2022 01:38 PM (IST)Updated: Wed, 12 Oct 2022 01:38 PM (IST)
Karwa Chauth 2022: करवा चौथ के बाजार में माडर्न ट्रेंड के आइटम, सुहाग सामग्री से आभूषण तक है
Karwa Chauth 2022: करवा चौथ पर्व के मद्देनजर प्रयागराज के बाजार में भीड़ उमड़ पड़ी है।

प्रयागराज, जेएनएन। Karwa Chauth 2022 करवा चौथ का पर्व कल गुरुवार 13 अक्‍टूबर को है। यह पर्व सुहागिन महिलाओं का होता है। दिन भर निर्जला व्रत रख रात में सोलह श्रृंगार कर चंद्रदेव का पूजन कर पति के दीर्घायु की कामना करेंगी। पर्व को लेकर सुहागिन महिलाओं में गजब का उत्‍साह है। महिलाओं की पसंद को देखते हुए बाजार में नए-नए परिधान, पहनावा से मैचिंग आभूषण व चूडि़यों आदि की दुकानें सजी हैं। खरीदारी में आफर भी है। वहीं परंपरागत सुहाग सामग्रियों की भी बिक्री जोरों पर है। प्रयागराज के व्‍यापारियों में अच्‍छी खरीदारी को लेकर उत्‍साह है।

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करवा चौथ की खरीदारी को उमड़ी भीड़ : अखंड सौभाग्य के प्रतीक पर्व करवा चौथ से पहले बाजारों में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी है। साड़ी के साथ ही महिलाएं चूड़ी, बिंदी व सुहाग के अन्य सामानों को खरीद रहीं है। दुकानदारों के अनुसार महिलाओं के कपड़ों के हिसाब यह सबसे बड़ा त्योहार है। साड़ी, लहंगे और चुनरी, सूट आदि की बिक्री में तेजी है।

करवा की सजी दुकानें : मिट्टी के करवा के साथ ही पीतल, फूल और चांदी के करवा की भी मांग है। प्रयागराज शहर के चौक, सिविल लाइंस, कोठा पारचा, लोकनाथ समेत तमाम बाजार में भीड़ उमड़ी है। वहीं महिलाओं और युवतियों में पर्व को लेकर हाथों में मेंहदी रचाने की भी होड़ है। प्रमुख बाजार की सड़कों पर मेंहदी लगाने वाले कलाकार भी हैं।

आग्रेंजा, सरारा-गरारा की बढ़ी मांग : दुकानदारों का कहना है कि करवा चौथ और दीपावली को देखते हुए समय से पहले ही माल दुकानों में भर लिया गया था। पितृपक्ष के समय ही बाजार में सूरत, मुंबई की साड़ियों की मांग बढ़ गई थी। बाजार में पांच 500 से लेकर 10 हजार रुपये तक की साड़ी उपलब्‍ध है। 5000 से लेकर 5 लाख रुपये तक के लहंगे बाजार में मौजूद हैं। महिलाओं को सर्वाधिक आग्रेंजा और सरारा-गरारा पसंद आ रहा है।

आइटम व मूल्‍य

8000-05 लाख तक रेशम व वर्क के लहंगे

1000-10000 रुपये तक साड़ी

10-30 हजार तक बंघेल का लहंगा

500-05 हजार तक आग्रेंजा, रेडी टू वेयर, सरारा-गरारा

20-100 रुपये तक मिट्टी का करवा

500-2000 पीतल का करवा

05-35 हजार तक चांदी का करवा।


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