जमीन का 'रोड़ा' दूर कर बनेगा कान्हा उपवन
शहर को स्मार्ट बनाया जा चुका है। इसलिए आवारा पशुओं की समस्या को प्रमुखता से दूर करने की योजना है।
रमेश यादव, इलाहाबाद : संगमनगरी को आवारा पशुओं की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए लखनऊ की तर्ज पर यहां पर कान्हा उपवन बनेगा। काफी समय से जमीन का रोड़ा होने के कारण इसका कोई काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जमीन के लिए शासन को पत्र भेजा है। प्रोजेक्ट डिटेल रिपोर्ट (डीपीआर) भी दोबारा भेजी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही इसको मंजूरी मिल सकती है। अभी शेरपुर में अस्थाई उपवन बनेगा। प्रयास चल रहा है कि यहीं पर स्थाई उपवन भी बने।
आवारा पशुओं को रखने के लिए शहर में छह कांजी हाउस हैं। इसमें अधिकतम 200 पशुओं को रखने की व्यवस्था है। जबकि शहर में इससे कई गुना अधिक आवारा घूमते रहे हैं। इससे लोगों को पड़ी परेशानी होती है। कई बार जाम लग जाता है। जानवरों के चलते लोग घायल हो जाते हैं। अब संगम नगरी स्मार्ट सिटी में शामिल हो चुकी है। शहर को स्मार्ट बनाया जा चुका है। इसलिए आवारा पशुओं की समस्या को प्रमुखता से दूर करने की योजना है। अभी बमरौली झलवा के पास शेरपुर में अस्थाई कान्हा उपवन बनाया जाएगा। यहां पर छह हेक्टेयर से अधिक जमीन देखी गई है। जमीन चारागाह की है। इसलिए इसको लेकर पेच फंसा हुआ है, जिसके शीघ्र दूर होने की संभावना है।
-----
1000 पशुओं की जगह, 21 को मिलेगा रोजगार
-----
इलाहाबाद में जो कान्हा उपवन बनाया जाएगा। वह लखनऊ की तर्ज पर होगा। यहां पर पशुओं को अलग-अलग रखने, खुले में चरने आदि की व्यवस्था रहेगी। छह हेक्टेयर में जो कान्हा उपवन बनेगा। उसमें 1000 पशुओं के रखने की व्यवस्था रहेगी। उनकी देखभाल, चारा की व्यवस्था के लिए 20 कर्मचारी लगाए जाएंगे। एक चौकीदार रहेगा। इसके अलावा एक डॉक्टर भी तैनात किया जाएगा। लगभग आठ करोड़ की लागत से कान्हा उपवन तैयार होगा।
-----
कान्हा उपवन को लेकर मुख्यमंत्री भी गंभीर
-----
इलाहाबाद में कान्हा उपवन बनने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गंभीर हैं। पशुओं के प्रति मुख्यमंत्री का लगाव और प्यार जगजाहिर है। नगर निगम ने कान्हा उपवन के लिए करछना तहसील में भी जमीन देखी थी, लेकिन शहर से दूरी ज्यादा होने के कारण इस पर सहमति नहीं बन पा रही है। दूरी के हिसाब से शेरपुर बहुत उपयुक्त है। अधिकारी के बोल ..
कान्हा उपवन के लिए दोबारा डीपीआर बनाकर शासन को भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द शासन से मंजूरी मिल जाएगी। जमीन को लेकर जो दिक्कत आ रही है। उसका भी शीघ्र निस्तारण हो जाएगा। लखनऊ की तर्ज पर इलाहाबाद में कान्हा उपवन बनेगा। यहां पर 1000 पशुओं को रखने की व्यवस्था रहेगी। कुल 22 लोगों को रोजगार भी मिलेगा। आठ करोड़ की लागत से कान्हा उपवन तैयार होगा।
अविनाश सिंह, नगर आयुक्त