बादलों संग पुरवइया की जुगलबंदी, सौतन बन गई पछुवा Prayagraj News
यूं तो मौसम अपने अंदाज में चल रहा है। आसमान में बादल छाए हैं लेकिन वह चाहकर भी नहीं बरस पा रहे हैं। पश्चिम की हवा उनकी राह में रोड़ा बनी हुई है। इससे पर्याप्त बारिश नहीं हो पा रही है।
By Edited By: Published: Tue, 06 Aug 2019 07:37 PM (IST)Updated: Wed, 07 Aug 2019 08:11 AM (IST)
प्रयागराज : मौसम बेअंदाज है। अचानक बारिश होती है फिर तीखी धूप परेशान करने लगती है। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से चल रहा है। पूरब की हवाओं के साथ बादल आते तो हैं लेकिन जी भर बरस नहीं पाते। जब भी बादल बरसना शुरू करते हैं, बीच में दीवार बनकर खड़ी हो जाती है पछुआ।
झमाझम बारिश फिर उमस भरी गर्मी, आज भी आसमान पर बादल
मंगलवार को सुबह करीब तीन घंटे झमाझम बारिश हुई लेकिन फिर पश्चिम की हवाएं हावी हो गई। नतीजा दिनभर तीखी धूप लोगों को सताती रही। करीब 10 दिनों से पछुआ हवाएं लगातार दबाव बनाए हुए हैं। बीच-बीच में पुरवइया उन्हें पछाड़ने की कोशिश करती है, लेकिन पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रही है। इससे बादल ज्यादा देर तक आसमान में ठहर नहीं पा रहे हैं। रविवार शाम को कुछ देर बारिश हुई थी। मंगलवार सुबह करीब आठ से 11 बजे तक अच्छी बरसात हुई। 5.2 मिमी. बारिश रिकार्ड हुई। फिर भी उमस से खास राहत लोगों को नहीं मिली। बारिश के थमते ही कुछ देर में बादल हवा हो गए और तेज धूप निकल आई। लिहाजा, उमस भी बढ़ गई। वहीं बुधवार की सुबह से आसमान पर फिर बादलों का साम्राज्य है। लगता है कि अब बारिश होगी या तब, लेकिन हो नहीं रही है।
क्या कहता है मौसम विभाग
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष और मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा का कहना है कि सुबह बरसात पछुआ हवाओं के दबाव के कारण हुई। बारिश में ठहराव न होने का कारण पुरवइया हवाओं का कमजोर पड़ना है। इसे मानसून गैप का दूसरा चरण कहा जा सकता है। दो-तीन दिन बाद पुरवइया के हावी होने के आसार हैं।
चाचर नाला चोक, सड़क पर भरा पानी
वहीं कुछ देर की बारिश से ही शहर के लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है। अभी कल ही देखिए, करीब तीन घंटे हुई झमाझम बारिश की वजह से शहर की ज्यादातर सड़कों पर जलभराव हो गया। चौराहों पर टेबिल टॉप स्पीड ब्रेकर के आसपास काफी पानी एकत्र होने से लोगों का उधर से निकलना मुश्किल हो गया। इसकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही है। मुट्ठीगंज थाने के पास सत्ती चौराहा स्थित चाचर नाला चोक होने से पानी ओवरफ्लो हो गया। इससे वहां की सड़क तालाब में तब्दील हो गई। नाला चोक होने की सूचना मिलने पर महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने निगम कर्मी मनोज श्रीवास्तव को जेसीबी के साथ मौके पर भेजा। यहां एक कंपनी ने सीवर लाइन का पाइप एक से दूसरी ओर ले जाने के लिए नाले के बीच से गुजारा है।
नाले के फपर स्लैब से परेशानी
निगम कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से नाले के ऊपर का स्लैब तोड़ा तो वहां पाइप की वजह से भारी मात्रा में सिल्ट और कूड़ा फंसा मिला। नाले में गद्दे, कपड़े भी बहाए गए थे। स्लैब तोड़ने के बाद किसी तरह पानी की निकासी हुई। अब निगम बुधवार को नाले की सफाई कराएगा। दोपहर में महापौर ने भी जाकर नाले का निरीक्षण किया। अफसरों को तत्काल नाले की सफाई का निर्देश दिया।
झमाझम बारिश फिर उमस भरी गर्मी, आज भी आसमान पर बादल
मंगलवार को सुबह करीब तीन घंटे झमाझम बारिश हुई लेकिन फिर पश्चिम की हवाएं हावी हो गई। नतीजा दिनभर तीखी धूप लोगों को सताती रही। करीब 10 दिनों से पछुआ हवाएं लगातार दबाव बनाए हुए हैं। बीच-बीच में पुरवइया उन्हें पछाड़ने की कोशिश करती है, लेकिन पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रही है। इससे बादल ज्यादा देर तक आसमान में ठहर नहीं पा रहे हैं। रविवार शाम को कुछ देर बारिश हुई थी। मंगलवार सुबह करीब आठ से 11 बजे तक अच्छी बरसात हुई। 5.2 मिमी. बारिश रिकार्ड हुई। फिर भी उमस से खास राहत लोगों को नहीं मिली। बारिश के थमते ही कुछ देर में बादल हवा हो गए और तेज धूप निकल आई। लिहाजा, उमस भी बढ़ गई। वहीं बुधवार की सुबह से आसमान पर फिर बादलों का साम्राज्य है। लगता है कि अब बारिश होगी या तब, लेकिन हो नहीं रही है।
क्या कहता है मौसम विभाग
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष और मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा का कहना है कि सुबह बरसात पछुआ हवाओं के दबाव के कारण हुई। बारिश में ठहराव न होने का कारण पुरवइया हवाओं का कमजोर पड़ना है। इसे मानसून गैप का दूसरा चरण कहा जा सकता है। दो-तीन दिन बाद पुरवइया के हावी होने के आसार हैं।
चाचर नाला चोक, सड़क पर भरा पानी
वहीं कुछ देर की बारिश से ही शहर के लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है। अभी कल ही देखिए, करीब तीन घंटे हुई झमाझम बारिश की वजह से शहर की ज्यादातर सड़कों पर जलभराव हो गया। चौराहों पर टेबिल टॉप स्पीड ब्रेकर के आसपास काफी पानी एकत्र होने से लोगों का उधर से निकलना मुश्किल हो गया। इसकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही है। मुट्ठीगंज थाने के पास सत्ती चौराहा स्थित चाचर नाला चोक होने से पानी ओवरफ्लो हो गया। इससे वहां की सड़क तालाब में तब्दील हो गई। नाला चोक होने की सूचना मिलने पर महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने निगम कर्मी मनोज श्रीवास्तव को जेसीबी के साथ मौके पर भेजा। यहां एक कंपनी ने सीवर लाइन का पाइप एक से दूसरी ओर ले जाने के लिए नाले के बीच से गुजारा है।
नाले के फपर स्लैब से परेशानी
निगम कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से नाले के ऊपर का स्लैब तोड़ा तो वहां पाइप की वजह से भारी मात्रा में सिल्ट और कूड़ा फंसा मिला। नाले में गद्दे, कपड़े भी बहाए गए थे। स्लैब तोड़ने के बाद किसी तरह पानी की निकासी हुई। अब निगम बुधवार को नाले की सफाई कराएगा। दोपहर में महापौर ने भी जाकर नाले का निरीक्षण किया। अफसरों को तत्काल नाले की सफाई का निर्देश दिया।
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