Chandrashekhar Azad Park : जॉगिंग ट्रैक फिर हुआ खराब, कोर्ट ने भी इसे संज्ञान में लिया Prayagraj News
शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में सुबह और शाम की सैर करने वालों के लिए बनाया गया जॉगिंग ट्रैक इन दिनों खराब है। इस पर कई जगह सिंथेटिक लेयर ही खत्म हो गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में सुबह और शाम को चहल-पहल अधिक रहती है। लोग टहलने, जॉगिंग करने और हल्का व्यायाम करने यहां आते हैं। वहीं शुद्ध हवा के साथ टहलने वालों के लिए आजाद पार्क में जॉगिंग ट्रैक बनवाया गया था। हालांकि देखरेख के अभाव में जॉगिंग ट्रैक बार-बार खराब हो जा रहा है। पिछले साल लाखों रुपये लगाकर ट्रैक की मरम्मत कराई गई। ट्रैक अब फिर खराब हो गया है। जहां पर पिछले साल मरम्मत कराई गई थी, ट्रैक की स्थिति वहीं पर ज्यादा खराब है।
जॉगिंग ट्रैक पर कई जगह सिंथेटिक लेयर ही खत्म हो गई है
जॉगिंग ट्रैक बनाने के दो साल बाद अब ट्रैक की स्थिति अच्छी नहीं है। लोग स्पोट्र्स शूज के अलावा दूसरे जूते पहनकर भी ट्रैक पर चलते हैं। इसके कारण ट्रैक जल्दी खराब हो जाता है। पिछले साल जब ट्रैक की मरम्मत कराई गई तो ऐसा माना जा रहा था कि दो-तीन साल अब ट्रैक खराब नहीं होगा। मगर सालभर में फिर खराब हो गया। यह तब की हालत है, जब लॉकडाउन में पार्क बंद था। जॉगिंग ट्रैक पर कई जगह सिंथेटिक लेयर ही खत्म हो गई है।
राजकीय उद्यान अधीक्षक ने कहा
राजकीय उद्यान अधीक्षक सीमा सिंह राणा का कहना है कि जॉगिंग ट्रैक का निर्माण विकास प्राधिकरण ने करवाया था। उसकी मरम्मत का कार्य भी विकास प्राधिकरण ही करवा रहा है।
कोर्ट भी जॉगिंग ट्रैक खराब होने पर है गंभीर
आजाद पार्क के जॉगिंग ट्रैक के खराब होने पर कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जॉगिंग ट्रैक किसी भी सूरत में खराब न हो। अगर कहीं पर मरम्मत की जरूरत हो तो उसे शीघ्र करवाया जाए।
आजाद पार्क की शोभा बढ़ा रहे कुंभ मेले के गमले
कुंभ मेले के दौरान चौराहों की शोभा बढ़ाने के लिए तैयार कराए गए गमले अब आजाद पार्क की खूबसूरती बढ़ा रहे हैं। 3763 गमलों को पार्क के कोने-कोने में रखा गया है। लगभग दो हजार गमले सूख गए थे। उन गमलों में भी खाद डाली गई है। 15 दिन के भीतर सात प्रकार के नए पौधे उनमें लगाए जाएंगे। सभी पौधे तैयार होने पर पार्क की खूबसूरती और बढ़ जाएगी।
फूल खिलने पर आजाद पार्क की खूबसूरती बढ़ जाएगी
शहर में विभिन्न चौराहों पर रखे 3763 गमलों के पौधे तेज धूप से सूखने लगे तो उन्हें हटाकर चंद्रशेखर आजाद पार्क में रख दिया गया था। वहां देखरेख के अभाव में लगभग दो हजार पौधे सूख गए थे। बचे गमलों को सरकारी कार्यालयों को देने की योजना बनी थी मगर फिर जिलाधिकारी के आदेश पर ऐसा नहीं किया गया। आजाद पार्क में ही गमलों को संवारने के लिए कहा गया। इतनी बड़ी संख्या में गमलों की देखरेख और सूखे गमलों में नए पौधे लगाने के लिए राजकीय उद्यान विभाग ने काफी मेहनत की। जो गमले सूखे नहीं थे उनमें नीचे से सुराख कराकर सड़क किनारे रख दिया गया। सुराख इसलिए क्योंकि गमलों को तैयार करते समय उनमें कमी रह गई थी। इस कारण भी पौधे सूख रहे थे। ऐसे दो हजार गमलों में सुराख कराकर खाद डाल दी गई है। 15 दिन के भीतर उनमें पौधे लगा दिए जाएंगे। तीन से पांच महीने में फूल खिलने पर आजाद पार्क की खूबसूरती बढ़ जाएगी।
आजाद पार्क के गमलों पर अफसरों का रहता है ध्यान
राजकीय उद्यान अधीक्षक सीमा सिंह राणा का कहना है कि धूप और छांव में रखे गमलों में उसी अनुसार पौधे लगाए जाएंगे। आजाद पार्क के गमलों डीएम समेत अन्य अफसरों का विशेष ध्यान रहता है।